पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने श्रीलंका को पांच करोड़ डॉलर की आर्थिक मदद की पेशकश तो कर आए लेकिन उनके अपने घर की हालत पांच फूटी कौड़ी वाली नहीं है। गेहूं 60 से 80 रुपये किलो, दालें 300 से 350 रुपये किलो और चिकन 500 रुपये किलो बिक रहा है। सब्जियों के दाम आसमान पर हैं। अदरक 1000 से 1200 रुपये किलो है। मतलब यह है कि इमरान खान के निजाम में पाकिस्तानियों के हालात न गोश्त-रोटी के रहे और न आलू-रोटी खाने के! पाकिस्तान में एक अण्डा 30 रुपये का मिल रहा है। ये रेट थोक भाव हैं। रिटेल में यानी आम पाकिस्तानी को इससे भी ऊपर दाम पर चीजें मिल रही हैं।
पाकिस्तान में रोजमर्रा चीजों की कीमतों में आई अप्रत्याशित तेजी से गरीब अवाम हलकान है। कुछ दिन पहले तक आटे के लिए घंटों लाइन लगाने वाले पाकिस्तानियों को अब रसोई गैस की भी किल्लत का सामना करना पड़ सकता है।
पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कराची में जिंदा मुर्गे की कीमत 370 रुपये प्रति किलोग्राम और मीट की कीमत 500 रुपये से ऊपर तक पहुंच गई है। बड़ी संख्या में स्थानीय खरीदारों ने चिकन मीट की कीमतों में वृद्धि को लेकर गुस्सा जाहिर किया है।
कराची के एक चिकेन बेचने वाले ने बताया कि मुर्गे के मीट का दाम बढ़ने के पीछे चारा और कच्चे माल की कीमतों में बेहताशा बढोत्तरी है। इससे पोल्ट्री के उत्पादों की लागत भी बढ़ी है। हमें अपने नुकसान की भरपाई करने के लिए मीट का दाम बढ़ाना पड़ रहा है। विक्रेता संघों ने बताया कि आने वाले दिनों में मीट की कीमत कम होगी। कई पोल्ट्री उत्पादक संगठन बाहर से माल मंगाने पर विचार कर रहे हैं।
पिछले महीने प्रधानमंत्री इमरान खान ने देश में बढ़ती मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा (केपी) की बाजार समितियों को भंग कर दिया था। इमरान ने इस्लामाबाद में आवश्यक वस्तुओं के मूल्य नियंत्रण के संबंध में एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह निर्णय लिया था। दरअसल इन दोनों राज्यों से मिस गवर्नेंस और भ्रष्टाचार की खूब शिकायतें मिली थीं।
पाकिस्तान जनवरी महीने में भीषण गैस संकट से जूझने जा रहा है। पाकिस्तान में गैस की सप्लाइ करने वाली कंपनी सुई नॉर्दन 500 मिलियन स्टैंडर्ड क्यूबिक फुट प्रतिदिन गैस की कमी से जूझेगी। गैस की इस भारी किल्लत की वजह से कंपनी के पास पॉवर सेक्टर को गैस की आपूर्ति रोकने के अलावा कोई चारा नहीं होगा। पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने समय से गैस नहीं खरीदी जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है।
पाकिस्तान की 35 फीसदी से ज्यादा आबादी गरीबी रेखा के नीचे जीवन गुजारती है। ये आबादी अपने खाने में बड़े पैमाने पर अंडों का इस्तेमाल करती है। पाकिस्तान जनवरी से ही भीषण गैस संकट से जूझने जा रहा है। पाकिस्तान में गैस की सप्लाइ करने वाली कंपनी सुई नॉर्दन 500 मिलियन स्टैंडर्ड क्यूबिक फुट प्रतिदिन गैस की कमी से जूझ रही । गैस की इस भारी किल्लत की वजह से कंपनी के पास पॉवर सेक्टर को गैस की आपूर्ति रोकने के अलावा कोई चारा नहीं है। पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने समय से गैस नहीं खरीदा जिसका खामियाजा अब देश की जनता को भुगतना पड़ रहा है।