ईरान में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में लोग पानी की बूंद-बूंद के लिए लोग तरस रहे हैं। पानी की किल्लत से परेशान लोग सड़कों पर उतर गए है और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच प्रदर्शन को रोकने के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवा बाधित कर दी गई है। आंदोलनकारियों को भगाने के लिए पुलिस ने गोली चला दी जिससे एक व्यक्ति की गोली लगने से हत्या हो गई है। इसके साथ ही लोरेस्तान प्रदेश के अलीगुदर्ज़ में गोली लगने से दो लोग घायल हो गए हैं। जानकारी के मुताबिक पानी की कमी की वजह से हो रहे प्रदर्शन में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है।
पानी की कमी को लेकर ईरान में पहले भी प्रदर्शन होते रहे हैं। अधिकारियों ने मान की यहां गंभीर सूखा पड़ा है और कई हफ्तों से जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। ईरान में पिछले वर्ष करीब 50 फीसदी कम बारिश हुई जिससे बांधों में बहुत कम पानी बचा है। अधिकारियों ने बताया कि 22 जुलाई की शाम खुज़ेस्तान में पानी की दिक्कतों को लेकर लोग सड़कों पर उतर आए थे। पुलिस का कहना है कि दंगाइयों से निपटने के लिए सुरक्षा बालों को तैनात किया गया है।
मामले पूरे मामल पर ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि ईरानियों को नियमों के तहत बोलने, खुद को व्यक्त करने, विरोध करने और यहां तक कि सड़कों पर उतरने का अधिकार है।
ईरान का खुज़ेस्तान तेल से संपन्न इलका है। यहां जमीन के नीचे काफी तेल का भंडार है। हालांकि ये इलाका मार्च से ही भयंकर सूखे झेल रहा है। पिछले कुछ सालों में, सउदी अरब और पड़ोसी देश इराक से आने वाली तेज गर्म हवा और मौसमी रेतीली आंधी ने खुज़ेस्तान के उपजाऊ मैदानों को सुखा दिया है। ईरान में कोरोना संकट भी गहरा गया है। देश में इस सप्ताह पांचवीं बार लॉकडाउन का ऐलान किया गया है। अब तक यहां कोरोना के कुल मामले 35 लाख के पार चले गए हैं वहीं मरने वालों की संख्या 87,624 हो गई है।