एक तरफ यूनाईटेडनेशंस की सिक्योरिटी काउंसिल इजराइल और फिलिस्तीन के बीच युद्ध विराम का मसौदा तैयार कर रहा है तो वहीं इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने चेतावनी दी है कि इस बार हमास का पक्का इलाज करने के बाद ही इजराइल की फोर्सेस अपना अभियान रोकेंगी।
इसराइल और फिलिस्तीन युद्ध को 11 दिन हो चुके हैं। हमास के रॉकेट हमलों के जवाब इसराइल की वायु सेना ने गुरुवार सुबह गाजा पट्टी पर हमास के अड्डों पर हवाई हमले किए। इस बीच, इसराइल की तरफ से बड़ा बयान दिया गया है। अमेरिका में इसराइल के राजदूत एलाड सट्रामेयर ने कहा है कि उनकी लड़ाई फिलिस्तीन से नहीं बल्कि आतंकवादी संगठन हमास से है। राजदूत ने कहा कि इस बार इसराइल 'मरहम पट्टी तक नहीं रुकेगा बल्कि बीमारी का पूरा इलाज करेगा।
अमेरिका में इसराइल के राजदूत ने अपने एक ट्वीट में कहा, 'हमें यह समझना चाहिए कि ये लड़ाई इसराइल और फिलिस्तीन के बीच नहीं है। ये लड़ाई इसराइल और आतंकवादी संगठन हमास के बीच है। हम यह संघर्ष नहीं चाहते थे। यहां तक कि इसे रोकने और तनाव कम करने के लिए हमने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की। लेकिन हमास हिंसा भड़काने के लिए उतारू था। अब हम उसके आतंकवादी नेटवर्क का सफाया कर रहे हैं। दोनों देशों के बीच सीजफायर की बातें की जा रही हैं। लेकिन हम बीमारी का इलाज के बारे में सोच रहे हैं, मरहम पट्टी के बारे में नहीं।
इसराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी कहा है कि 'हमास के खिलाफ उनकी कार्रवाई तब तक जारी रहेगी जब तक कि इसराइली नागरिकों की शांति और सुरक्षा सुनिश्चित नहीं हो जाती। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार को हमास के आतंकियों के साथ लड़ाई खत्म करने के लिए इसराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू पर दबाव बढ़ाते हुए कहा कि उन्हें गाजा हिंसा में 'महत्वपूर्ण कमी' की उम्मीद है और वह 'संघर्ष विराम का रास्ता' चाहते हैं।