इसराइल और फिलिस्तीन के बीच युद्ध को एक हफ्ते से ज्यादा का समय हो चुका है। हमास इजराइल पर लगातार रॉकेट हमले कर रहा है और इसराइल जवाबी हमले कर रहा है। इन हमलों में गाजा में रहने वाले लोगों की शामत आई हुई है। इन हमलों में अब तक 212 से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है। इसराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि इसराइली फौज अपनी नागरिकों की रक्षा के लिए जवाबी हमले कर रही है। इन हमलों से पहले भी गाजा पट्टी में रहने वालों को चेतावनी दी जाती है। उन्हें हमले वाले स्थानों से निकल जाने का पूरा समय दिया जाता है। इसलिए इसके बाद भी अगर कोई वहां रुका है तो हमास की मदद कर रहा है या फिर हमास उन्हें अपनी ढाल बनाकर इस्तेमाल कर रहा है।
इधर इसराइल और फिलिस्तीन में युद्धविराम कराने के लिए संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने तैयारियां कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने शांति प्रस्ताव के लिए तीन ड्राफ्ट भी तैयार किए हैं। लेकिन बेंजामिन नेतन्याहू ने संकेत दिए हैं कि जब तक हमास सरैंडर नहीं करेगा तब तक युद्धविराम नहीं किया जाएगा। हमास को घुटने टेकने पर मजबूर करने के लिए इसराइल ने कतर से गाजा पॉवर स्टेशन के लिए आ रहे फ्यूल टैंकर को रोक लिया। फ्यूल के अभाव में गाजा ही नहीं बल्कि पूरे फिलिस्तीन में अभूतपूर्व बिजली संकट पैदा होने वाला है। क्योंकि गाजा पॉवर स्टेशन में मात्र दो-तीन दिन का फ्यूल ही शेष है।
अमेरिका और यूएन जहां इस युद्ध को रोकने का प्रयास कर रहे तो वहीं लेबनान की ओर मंगलवार की सुबह इसराइल पर रॉकेट दाग कर आग में घी डालने का काम किया है। इसराइल ने भी जवाब में लेबनान पर भारी बमबारी कर दी है। प्रेक्षकों का कहना है कि अगर युद्ध विराम न हुआ तो भयानक परिणाम होने वाले हैं।