Israel Deadliest Viper System Weapon: भारत सरकार ने इजराइल के नए हथियार की खरीद-फरोख्त की बात शुरू कर दी है। इजराइल ने यह हथियार (Isreal Deadliest Viper System Weapon) दुर्गम और दुरूह इलाकों या शहरी इलाकों में छिपे आतंकियों के खात्मे के लिए तैयार किया है। इस हथियार का वजन मात्र 3 किलो है। यह सिंगल हैंडेड वेपन है। इस वेपन को इस्तेमाल करते समय कोई आवाज नहीं होती। यह आतंकियों पर 70 किलोमीटर प्रतिघण्टा (Israel Deadliest Viper System Weapon) की रफ्तार से वार करता है। यह हथियार 500 मीटर से डेढ़ किलोमीटर की परिधि में छिपे हुए आतंकियों को नेस्तनाबूद कर देता है। गड्ढों और घासफूस, पत्ति-टहनियों में खुद को छिपाने वाले आतंकियों को ढूंढ निकाल कर हमला करता है। बताया तो यह भी जाता है यह नया हथियार बंकरों में छिपे आतंकियों को भी मार गिराता है। इसे ब्रह्मास्त्र ही नहीं बल्कि साइलेंट किलर भी कहते हैं।
दुश्मन का बच पाना मुश्किल
इस हथियार को ऐसे डिजाइन किया गया है कि, बिना आहट के ही दुश्मन को बस कुछ सेकेंड्स में ढेर किया जा सके, इसे वाइपर सिस्टम नाम दिया गया है। मोबाइल पोजीशन के अलावा यह सिस्टम स्थिर पोजीशन में भी दुश्मन पर हमला करता है। इस सिस्टम को सैनिक अपने कंधे पर भी टांग सकते हैं। इसे स्पाइक फायरफ्लाई नाम भी दिया गया है। स्पाइक फायरफ्लाइट को इजरायल के रक्षा मंत्रालय और राफेल कंपनी ने मिलकर तैयार किया है। राफेल का कहना है कि इस सिस्टम को खासतौर पर शहरी इलाकों के लिए तैयार किया गया है जहां पर लोगों को हालातों के बारे में ज्यादा मालूम नहीं होता है। सिस्टम इस तरह से बना है कि दुश्मन को कवर करके उसे निशाना बनाया जा सकता है। राफेल के एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेसीडेंट डॉक्टर रान गोजाइली ने कहा कि इसे बनाकर कंपनी काफी गौरवान्वित महसूस कर रही है। जल्द ही इजरायल डिफेंस फोर्सेज को यह सिस्टम मिलेगा।
वजन सिर्फ तीन किलोग्राम, कहीं भी हो सकते है तैनात
इसके आने के बाद शहरी इलाकों में भी आसानी से किसी आतंकी ओर आतंकी अड्डों को ढेर किया ज सकेगा। गोजाइली के मुताबिक युद्ध में यह सिस्टम इजरायल के सैनिकों को रणनीतिक तौर से फायदा पहुंचाएगा। इसे आसानी से और तेजी से तैनात किया जा सकेगा। इसका वजन सिर्फ तीन किलोग्राम है और आसानी से कहीं भी ले जाया जा सकता है। सिंगल यूजर ऑपरेशन के साथ इसे तैयार किया गया है जिससे यह किसी भी सैनिक की किट सा नजर आता है।
बिना ऑपरेटर के भी होगा ऑपरेट
इसमें ड्यूल सीकर, टारगेट टैकर, कंप्यूटर विनज और फ्यूजिंग मैकेनिज्म दिया गया है जो पूरी तरह से सुरक्षित है। खास बात यह है कि, इस फायर फ्लाई को एक टैबलेट से ही कंट्रोल किया जाता है। इसे ऑपरेट करने के लिए किसी तरह की कोई खास ट्रेनिंग की जरूरत नहीं है। ये बिना ऑपरेटर के भी ऑपरेट किया जा सकता है। इसके अलावा फायरफ्लाइ किसी मिशन को अबॉर्ट करने से लेकर किसी टारगेट पर अटैक कमांड के मुताबिक काम करने में भी सक्षम है।
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खासियत
दिन हो या रात, ये अपने मिशन को हर समय पूरा कर सकता है।
इसकी बैटरी 15 मिनट तक अपने मिशन पर डटी रहती है।
शोर न के बराबर होता है और इस वजह से आतंकियों को इसका पता नहीं लग पाएगा कि उन पर हमला होने वाला है।
इसकी रेंज 500 मीटर से लेकर 1000 मीटर तक है।
यह 70 किलोमीटर की स्पीड से हमला करता है।
यह किसी भी काफिले पर हमला बोल सकता है तो किसी बिल्डिंग में छिपे आतंकियों को भी तबाह कर सकता है।