Hindi News

indianarrative

ड्रैगन की अब खैर नहीं,चीन के लिए दुनियाभर के खतरनाक हथियारों का जखीरा जमा कर रहा Japan

जापान अब खरीदेगा टॉमहॉक मिसाइल

अब ये बात किसी से भी छिपी नहीं है कि जापान (Japan)ने अपनी सेनाओं की ताकत बढ़ाने कि तैयारी शुरू कर दी है और साल 2028 तक रक्षा बजट पर दोगुना खर्च करता रहेगा। ये सब कुछ जापान ने चीन की तरफ से बढ़ता सैन्‍य खतरा, उत्‍तर कोरिया की परमाणु हथियारों बढ़ाने की महत्‍वकांक्षा और रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद तय किया है कि वह अपनी रक्षा के लिए कड़े कदम उठाएगा और साथ ही अपनी क्षमताओं में भी इजाफा करेगा।

क्या बोले PM फुमियो किशिदा

प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा (PM Fumio Kishida) ने एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में कहा, ‘हम में से हर कोई इस बात से वाकिफ है कि हम अपने देश की सुरक्षा कर रहे हैं। यह बहुत ही जरूरी है क्‍योंकि हमनें यूक्रेन में देखा है कि क्‍या हुआ है। हम अब अपनी राष्‍ट्रीय सुरक्षा नीति को बदल रहे हैं। जापान ने तय किया है कि युद्ध के खतरे के बीच ही अब वह अमेरिका से खतरनाक टॉमहॉक मिसाइलें खरीदेगा। इस मिसाइल की रेंज करीब 1600 किलोमीटर है।

टॉमहॉक मिसाइलें हैं बेहद खतरनाक

दरअसल, अब यह बिलकुल साफ हो गया है कि जापान ने पांच साल के लिए अपना रक्षा बजट तय कर लिया है। इसके तहत 314 अरब डॉलर सेनाओं पर खर्च किए जाएंगे। अगले साल से यह खर्च शुरू हो जाएगा। क्‍योदो न्‍यूज एजेंसी के मुताबिक पीएम किशिदा चाहते हैं कि उनके देश के पास ऐसी क्षमता हो जिसके बाद दुश्‍मन की सीमा में घुसकर हमला किया जा सके। साल 2026 से पहले जापान इस क्षमता से लैस नहीं हो पाएगा।

वर्तमान समय में टॉमहॉक अमेरिका और यूके की सेनाओं की तरफ से तैनात है। इस मिसाइल को अमेरिकी नौसेना का ब्रह्मास्‍त्र कहा जाता है। साल 2018 में यह नौसेना का हिस्‍सा बनी थी। उस समय सीरिया में इसका प्रयोग किया गया था और 66 मिसाइलों ने सीरिया की रासायनिक हथियारों वाली फैक्‍ट्री को तबाह कर दिया था।

ये भी पढ़े: ड्रैगन के खात्मे की उल्टी गिनती शुरू,LAC पर चीन का खेल बिगाड़ेगी ये खतरनाक मिसाइल

इस तरह करती है दुशमन का खात्मा

लंबी दूरी की टॉमहॉक मिसाइल एक लॉन्‍ग रेंज वाला हथियार है और करीब 20 फीट लंबी है। यह मिसाइल 885 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हमला कर सकती है। इस मिसाइल को टॉरपीडो से किसी पनडुब्‍बी को निशाना बनाने के लिए लॉन्‍च किया जा सकता है। यह मिसाइल टर्बोफैन इंजन से ऑपरेट होती है और इस वजह से ज्‍यादा गर्मी नहीं पैदा करती है।

हर मौसम में सफल

इस मिसाइल किस सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह बारिश, ठंड और गर्मी हर मौसम में काम कर सकती है। अमेरिका ने सबसे पहले इस सत्‍तर के दशक में ईजाद किया था। लेकिन इस पर अब तक कई डॉलर खर्च किए जा चुके है और इसे कहीं ज्‍यादा एडवांस्‍ड बना दिया गया है। मिसाइल का वजन करीब डेढ़ टन है और यह अपने साथ 453 किलोग्राम तक के हथियार ले जा सकती है।