अमेरिका ने ऐलान करते हुए कहा है कि, अगर चीन ने ताइवान पर हमला किया तो उसकी रक्षा अमेरिका करेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने साफ तौर पर चीन को चेतावनी देते हुए कहा है कि चीन ने अगर ताइवान पर हमला किया तो हम उसकी रक्षा करेंगे। बाइडेन के इस बयान के बाद चीन और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ने की आशंका और ज्यादा बढ़ गई है।
जो बाइडेन ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका ताइवान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। चीन हमेशा ताइवान को अपना क्षेत्र बताता है। CNN टाउन हॉल में एक सवाल में जवाब में बाइडेन ने कहा, हां, हम इसे लेकर प्रतिबद्ध हैं। बता दें कि, अमेरिका ताइवान के लिए अब तक डिफेंस इन्फ्रास्ट्रक्चकर तैयार करता रहा है, लेकिन खुलकर कभी सामने नहीं आया था। अमेरिका ने सालों से ताइवान को लेकर रणनीतिक अस्पष्टता की नीति को बनाए रखा है, जिसके तहत वह ताइवान को प्रमुख सैन्य सहायता देता रहा है, लेकिन चीनी हमले के दौरान सुरक्षा की गारंटी नहीं देता है। इधर चीन पिछले कुछ समय से ताइवान पर सैन्य और राजनीतिक दबाव बना रहा है।
#BREAKING Biden says 'yes' US would defend Taiwan against China pic.twitter.com/vtF6qbspYv
— AFP News Agency (@AFP) October 22, 2021
#UPDATE President Joe Biden on Thursday said the US would come to the defense of Taiwan if the island were attacked by China, which considers it part of its territory.
"Yes," he responded when asked in a CNN town hall about defending Taiwan. "We have a commitment to that." pic.twitter.com/QrZ9matdID
— AFP News Agency (@AFP) October 22, 2021
इसके साथ ही, व्हाइट हाउस ने रिपोर्टर्स से कहा है कि, ताइवान को लेकर अमेरिकी नीति में बदलाव नहीं हुआ है। प्रवक्ता ने कहा है कि, ताइवान के साथ अमेरिकी रक्षा संबंध ताइवान संबंध अधिनियम द्वारा निर्देशित हैं। हम अधिनियम के तहत अपनी प्रतिबद्धता को कायम रेखेंगे, हम ताइवान की आत्मरक्षा का समर्थन करना जारी रखेंगे और हम यथास्थिति में किसी भी एकतरफा बदलाव का विरोध करना जारी रखेंगे।
गौर हो कि, इधर बीच चीन लगातार ताइवान पर दबाव बना रहे हैं और अपने दर्जनों विमानों को 1 अक्टूबर के बाद से लगातार उसके शैन्य क्षेत्र में भेज रहा है। ताइवान के रक्षा मंत्री चीउ कुओ-चेंग ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि ताइवान जलडमरूमध्य में सैन्य तनाव 40 से अधिक वर्षों में सबसे खराब स्थिति में पहुंच गया है और चीन 2025 तक पूर्ण पैमाने पर आक्रमण करने में सक्षम होगा। वहीं, इस महीने की शुरुआत में ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सुझाव दिया था कि ताइवान पर चीन और अमेरिका के बीच एक समझौता हुआ था।