नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने जनता समाजवादी पार्टी (जसपा) नेपाल को सरकार में सहभागी कराते हुए 17 सदस्य मंत्रिपरिषद गठन किया है। ऐसे में जबकि संसद भंग हो गई है, चुनाव की घोषणा हो गई है और संसद भंग करने के खिलाफ दायर याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। ओली ने अपने मंत्रिमंडल में शुक्रवार को बड़ा फेरबदल करते हुए 12 नए मंत्रियों को शामिल कर लिया। तीन उप प्रधानमंत्री बना डाले। इस फेरबदल में 13 को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एमाले) के पुराने ज्यादातर मंत्रियों को इस मंत्रिपरिषद से हटा दिया गया है। अब सरकार में तीन उपप्रधानमंत्री, 12 मंत्री और दो राज्य मंत्री रहेंगे। एमाले के विष्णु पौडेल, रघुवीर महाशेठ और जसपा के राजेंद्र महतो को उपप्रधानमंत्री बनाया है। उप प्रधानमंत्रियों में विष्णु पौडेल को अर्थ मंत्रालय, रघुवीर महाशेठ को विदेश मंत्रालय और राजेंद्र महतो को शहरी विकास मंत्रालय दिया गया है। वहीं एमाले के शेरवहादुर तामांग स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया है। पुनर्गठित मंत्रिपरिषद में जसपा की ओर से आठ मंत्री और दो राज्य मंत्री हैं।
जसपा के शरद सिंह भंडारी, अनिल झा, लक्ष्मण लाल कर्ण, विमल श्रीवास्तव, उमाशंकर अरगरिया, चंदा चौधरी, इकबाल मियां मंत्री बने है। जसपा के चंद्रकांत चौधरी और रेणुका गुरुग राज्यमंत्री बनीं हैं। ओली ने इस फेरबदल में जनता समाजवादी पार्टी के महंत ठाकुर धड़े को सरकार में शामिल किया है। इस धड़े के नेताओं को आठ कैबिनेट मंत्री पद और दो राज्य मंत्री पद दिए गए हैं। इस पार्टी का उपेंद्र यादव गुट ओली के खिलाफ है और उसने संसद भंग करने के खिलाफ दायर याचिका पर दस्तखत किए हैं। विदित हो कि जनता समाजवादी पार्टी को भारतीय मूल के मधेसियों की पार्टी माना जाता है।