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राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को गिरफ्तार कर माली में सेना कर दिया तख्ता पलट!

माली में तख्तापलट

अफ्रीकी देश माली में सैनिकों ने विद्रोह कर दिया है और देश के निवर्तमान राष्‍ट्रपति बाह एन दाव तथा प्रधानमंत्री मोक्‍टार ओआने को सोमवार को अरेस्‍ट कर लिया। देश में एक बार फिर राजनीतिक उथल-पुथल पैदा हो गया है। गौरतलब है कि पिछले साल ही देश में सैन्य तख्तापलट (Military Coup) कर पूर्व राष्ट्रपति को पद से हटा दिया गया था। अफ्रीका महाद्वीप में स्थित माली में हाल ही में नई सरकार का गठन हुआ था। देश के तीन सबसे अहम पदों पर काबिज लोगों की हिरासत को लोग सैन्य तख्तापलट के तौर पर देख रहे हैं।

नौ महीने पहले हुए सैन्‍य विद्रोह में सेना ने माली की सरकार पर कब्‍जा कर लिया था। इस बीच अंतरराष्‍ट्रीय समुदाय ने विद्रोही सैनिकों से अपील की है कि वे जल्‍द से जल्‍द राष्‍ट्रपति बाह एन दाव और प्रधानमंत्री मोक्‍टार ओआने को रिहा करें। राष्‍ट्रपति और प्रधानमंत्री दोनों को ही अब काती सैन्‍य मुख्‍यालय में रखा गया है। अंतरराष्‍ट्रीय संगठनों ने एक बयान जारी करके कहा है कि वे सेना के इस कदम और जबरन इस्‍तीफा दिलाने को खारिज करते हैं।

तीनों लोगों की हिरासत अगस्त में राष्ट्रपति इब्राहिम बाउबकर कीटा (Ibrahim Boubacar Keita) के सैन्य तख्तापलट के बाद हुई है। सैन्य तख्तापलट की इस घटना से पश्चिम अफ्रीकी इस मुल्क में अव्यवस्था तेज होने की आशंका है। माली के बड़े इलाके पर पहले से ही अल-कायदा (Al Qaida) और इस्लामिक स्टेट (Islamic State) जैसे आतंकी संगठनों का कब्जा है। इस गरीब मुल्क की मदद के लिए पश्चिमी शक्तियों और पड़ोसी देशों ने मदद का हाथ बढ़ाया है, लेकिन राजनीतिक अस्थिरता और सैन्य घुसपैठ ने मदद प्रयासों को जटिल कर दिया है। इस वजह से इलाके में क्षेत्रीय असुरक्षा पैदा हो गई है।

काती का सैन्य बेस माली के नेताओं के शासनकाल को खत्म करने के लिए कुख्यात रूप से प्रसिद्ध है। पिछले साल भी सेना ने राष्ट्रपति कीटा को काती लेकर आई थी और उन्हें जबरन इस्तीफा देने पर मजबूर किया। इससे पहले, 2012 में हुए एक विद्रोह के बाद कीटा के पूर्ववर्ती अमादौ तौमानी तोरे की सरकार को भी यहीं पर गिरा दिया गया था। उस घटना के बाद से ही माली में उथल-पुथल जारी है।