म्यांमार में सेना ने देश की नेता आंग सांग सू की और राष्ट्रपति यू विन म्यिंट को अरेस्ट कर लिया है। सत्तारूढ़ पार्टी NLD के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि सेना ने एक साल के लिए आपातकाल लगा दिया है और पूर्व जनरल तथा उपराष्ट्रपति मिंट स्वे को कार्यकारी राष्ट्रपति बनाया गया है। उन्हें सेना प्रमुख का भी दर्जा दिया गया है। सड़कों पर सेना तैनात है और फोन लाइनों को बंद कर दिया गया है।
बताया जा रहा है कि नेपीडॉ में सभी संचार लाइनों को काट दिया गया है। नेशनल लीग ऑफ डेमोक्रेसी पार्टी के लोगों से बात नहीं हो पाई है। सैन्य तख्तापलट की आशंका के बीच सोमवार सुबह से ही राजधानी नेपीडॉ में फोन लाइन काम नहीं कर रही हैं। देश के चुनाव में नोबेल शांति पुरस्कार विजेता आंग सांग सू की की पार्टी NLD की जोरदार जीत के बाद आज म्यांमार में संसद की बैठक होने वाली थी। सेना ने इस 'तख्तापलट' पर अभी कोई बयान नहीं दिया है। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि यंगून शहर में हर तरफ सेना को तैनात कर दिया गया है। वहीं सरकारी टीवी ने कहा है कि वह तकनीकी कारणों से प्रसारण करने में अक्षम है।
इससे पहले म्यांमार में तख्तापलट की साजिश रचे जाने की खबरों के बीच देश की सेना ने रविवार को दावा किया था कि वह संविधान की रक्षा और पालन करेगी और कानून के मुताबिक ही काम करेगी। इस बयान के साथ सेना ने सैन्य तख्तापलट की आशंका को खारिज किया था। म्यांमार में 1962 में तख्तापलट किया गया था जिसके बाद 49 साल तक सेना का शासन रहा।
वहीं सेना ने देश में सैन्य तख्तापलट की खबरों से पहले इनकार किया था। बता दें कि कुछ पश्चिमी राजदूतों ने म्यांमार में तख्तापलट की आशंका जाहिर की थी। हालांकि, बाद में म्यांमार की सेना तत्पदौ (Tatmadaw) ने बयान जारी कर कहा था कि उसके कमांडर इन चीफ सीनियर जनरल मिन आंग लाइंग के बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया है। दरअसल, संसद सत्र के पहले ही सेना ने चेतावनी दी थी कि चुनाव के दौरान वोटों में गड़बड़ी पर कार्रवाई नहीं की गई तो वह ऐक्शन ले सकती है।