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Pakistan के मुहाजिरों को सताने लगी India की याद, बोले पाकिस्तान में जीना हराम, हम इंडिया को पुकारेंगे- देखें वीडियो

POK - Ghulam Kashmir Election 2020 Violence

अभी तक गुलाम कश्मीर के लोग चोरी-छुपे ही इंडिया को बुलाने या समर्थन देने की बात करते थे लेकिन अब लोग खुलकर इंडिया को बुलाने लगे है। पाकिस्तानी मीडिया के सामने कह रहे है कि 'यहां खुल कर बात नहीं कर सकते। सरकार के खिलाफ बोल नहीं सकते। यह ज्यादती है। यहां हालात खराब हो रहे हैं। यहां लोग मरेंगे। क्या सरकार के मुखालिफ इलेक्शन नहीं लड़ सकते अगर ऐसा ही रहा तो हम इंडिया को पुकारेंगे। वो तुमसे बहुत अच्छे हैं।'

जी हां, ये सारी बातें खुलेआम पाकिस्तानी मीडिया के सामने कहीं गई हैं। दरअसल, गुलाम कश्मीर पर बलात काबिज पाकिस्तान कथित तौर पर 45 सीटों पर चुनाव कराने का ड्रामा करता है। इन 45 सीटों में से 12 सीटें मुजाहिरों की हैं। ये मुजाहिर पाकिस्तान के जिन इलाकों में रहते हैं वहीं उनके नुमाइंदे खड़े होते हैं और वहीं पोलिंग भी होती है। इन 12 सीटों में से 6 सीटें जम्मू से आए मुहाजिरों के लिए और 6 सीटें कश्मीर से आए मुहाजिरों के लिए हैं।

पाकिस्तान के कश्मीर पर हमले के दौरान भावनाओं में बह कर या बहकावे में आकर पाकिस्तान गए लोगों को मुजाहिर कहते हैं। पाकिस्तान में मुहाजिरों को दोयम दर्जे का नागरिक समझा जाता है। इसीलिए अब मुहाजिरों को अपनी गलती का अहसास होने लगा है। उन्हें इंडिया की याद सताने लगी है। गुलाम कश्मीर में कथित इलेक्शन के दौरान भयंकर हिंसा हुई है। मीरपुर, मुतफ्फरपुर, कोटली तमाम शहरों में पीटीआई के वर्कर्स बूथों पर कब्जा करते रहे और अपने हाथों से बैलट पेपर्स पर मुहर लगाते रहे। इस तरह की तमाम शिकायतें चुनाव अधिकारियों को दी गई मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

चुनावों को शांति पूर्वक करवाने के लिए तैनात किए गए 40 हजार फौजी भी तमाशबीन बने रहे। पाकिस्तानी मीडिया और सरकार ने इस बात को कबूल किया है कि इलेक्शन के दौरान हुई हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई है। कई अन्य लोग घायल हुए हैं। लेकिन पाकिस्तान की इमरान सरकार ने किसी तरह की अनियमितता या पीटीआई के वर्कर्स की गुंडागिर्दी पर चुप्पी साध ली है।

हालांकि, ये पहले से ही माना जा रहा है कि पीटीआई को जिताने के लिए इमरान खान ने सारे इंतजाम कर लिए हैं फिर भी लोग कह रहे हैं कि इमरान खान के खिलाफ लोगों में गुस्सा है। पाकिस्तानी फौज ने अपने जमीर से काम लिया होगा तो पीटीआई नहीं जीतेगी और अगर पीटीआई जीत भी जाती है तो वहां भयंकर हालात पैदा हो जाएंगे। लोग मरने-मारने पर उतर आएँगे। इल्लीगल तरीके से चुनी गई सरकार को लोग काम नहीं करने देंगे।