पाकिस्तान में मानसून की भारी बारिश के कारण करीब 64 लोग मारे गए हैं। यह जानकारी राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने दी है। एनडीएमए द्वारा रविवार रात जारी की गई एक रिपोर्ट से जानकारी मिली है कि देश के उत्तर से दक्षिण तक के क्षेत्रों में बारिश से जुड़ी विभिन्न घटनाओं में मारे गए लोगों में करीब 19 बच्चे और नौ महिलाएं शामिल हैं।
खैबर पख्तूनख्वा प्रांत 25 मौतों के साथ सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र रहा, उसके बाद सिंध (12) और बलूचिस्तान और पंजाब प्रांतों में आठ-आठ लोगों की मौत हुई। देश के उत्तर में गिलगित-बाल्तिस्तान क्षेत्र में करीब 10 लोगों की मौत हो गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि बाढ़ के कारण पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं और परिवहन संपर्क टूट गया है। इसके साथ ही 300 से अधिक घर भी क्षतिग्रस्त और कुछ पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं।
पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने रविवार को कहा कि पाकिस्तानी सैनिक सिंध के एक जिले दादू के विभिन्न क्षेत्रों में बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद करने और राहत व बचाव के प्रयासों में व्यस्त हैं।
उसने आगे कहा, "आर्मी इंजीनियर नावों और सेना की चिकित्सा टीम फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज रही हैं। चिकित्सा शिविर की स्थापना करने के साथ ही प्रभावित लोगों को आवश्यक चिकित्सीय सुविधा प्रदान की जा रही है। साथ ही लोगों को गर्म खाना भी परोसा जा रहा है।"
मानसून ने कराची और लाहौर सहित प्रमुख शहरों को बुरी तरह से प्रभावित किया है।.