पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistan PM Imran Khan) अपने श्रीलंकाई समकक्ष महिंदा राजपक्षे के निमंत्रण पर मंगलवार को श्रीलंका की दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा (Two Day visit ) पर रवाना हो गए। पदभार संभालने के बाद यह उनकी श्रीलंका की पहली यात्रा होगी (Imran Visit to Srilanka)। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि खान के साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी है, जिसमें कैबिनेट के सदस्य और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। इससे पहले पाकिस्तान की ओर से इमरान खान के जाने के लिए भारत से एयर स्पेस (Indian Air Space) के इस्तेमाल के लिए अनुमति मांगी थी। भारत ने बड़ा दिल दिखाते हुए इमरान खान को रास्ता दिया।
2 दिन के श्रीलंका दौरे पर इमरान खान
बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) 23 फरवरी से दो दिनों की श्रीलंका यात्रा पर हैं। इस यात्रा के दौरान इमरान खान के साथ कैबिनेट और वरिष्ठ अधिकारियों का एक बड़ा शिष्टमंडल होगा। अपनी दो दिनों की इस यात्रा के दौरान वह श्रीलंका के राष्ट्रपति गोताबाया राजपक्षे और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे से मुलाकात करेंगे। इमरान खान की यह यात्रा ऐसे समय हो रही है, जब पाकिस्तान अर्थव्यवस्था और आंतरिक मोर्चे पर बुरी तरह घिरा हुआ है।
श्रीलंका ने इमरान खान को दिया झटका
भारत के साथ रिश्ते बिगड़ने की डर से श्रीलंका ने अपनी संसद में इमरान खान के प्रस्तावित भाषण को रद्द कर दिया है। माना जा रहा है कि मौजूदा वक्त में श्रीलंका भारत से किसी तरह की तनातनी नहीं चाहता है। बता दें कि भारत कोविड-19 वैक्सीन का निर्यात कर कई देशों की मदद कर रहा है। भारत ने हाल ही में श्रीलंका को कोविशील्ड वैक्सीन के पांच लाख डोज गिफ्ट में दिए हैं।
क्या होता है एयरस्पेस?
किसी देश की सीमा क्षेत्र के ऊपर वायुमंडल के हिस्से को एयरस्पेस कहते हैं। एयरस्पेस दो तरह के होते हैं- नियंत्रित एयरस्पेस और अनियंत्रित एयरस्पेस। नियंत्रित एयरस्पेस में विमानों की आवाजाही पर पूरी तरह नियंत्रण होती है, जबकि अनियंत्रित क्षेत्र में एयर ट्रैफिक कंट्रोलर का पूरी तरह नियंत्रण नहीं होता है।
पीएम मोदी ने नहीं किया था पाक एयरस्पेस का इस्तेमाल
पुलवामा हमले के बाद भारत के अनुरोध पर पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के किर्गिस्तान दौरे के लिए अपनी एयर स्पेस के इस्तेमाल की इजाजत दे दी थी, लेकिन उन्होंने एससीओ समिट में शामिल होने के लिए पाकिस्तान के एयरस्पेस का इस्तेमाल नहीं किया था। इसकी जगह वे ओमान, ईरान और मध्य एशियाई देशों से होकर किर्गिस्तान गए थे।