पाकिस्तान के बलूचिस्तान के ग्वादर शहर में एक जोरदार बम धमाका हुआ है। इस धमाके में चीन के आठ इंजीनियरों की मौत हो गई है। खबरों की माने तो इस हादसे के पीछे तालिबान पर शक होने की बात कही जा रही है। हालांकि, हमले कि अबतक किसी भी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है।
इस हमले के पीछे यह भी माना जा रहा है कि यह हमला बलोच फाइटर द्वारा किया गया है। चीनी इंजीनियरों के ऊपर पाकिस्तान में यह दूसरा बड़ हमला है। इससे पहेल कोहिस्तान जिले के दासु इलाके में चीनी इंजीनियरों से भरी एक बस पर हमला हुआ था, जिसमें कुल 13 लोगों की जान गई थी और इसमें 9 चीनी नागरिक शामिल थे।
दासु इलाके में चीनी इंजीनियरों से भरी बस पर हमले के बाद पाकिस्तान के आका यानी चीन ने खासी नाराजदी जताई थी। दोनों के रिस्ते में खटास भी आई। शुरूआत में पाकिस्तान इसे तकनीकी खराबी का कारण बताता रहा लेकिन जब कहीं से कुछ नहीं नजर आया तो भारत पर आरोप लगाने लगा। चीन ने इमरान खान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा था कि, परियोजनाओं से जुड़े काम करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए। लेकिन आज हुए हमले से साबित हो गया है कि पाकिस्तान ऐसा करने में नाकाम रहा है।
बताते चलें कि, पाकिस्तान वो मुल्क है जो अपने पड़ोसी देशों का काभी हुआ नहीं। लेकिन आरोप लगाने के मामले में सबसे आगे रहता है। अफगानिस्तान को लेकर पाकिस्तान शुरुआत से ही तालिबान को समर्थन करता है। लेकिन तालिबान पाकिस्तान को अपने ठेंगे पर रखता है। क्योंकि गुरुवार को इसका रिजल्ट देखने को मिलने लगा है, सिंध प्रांत के बहावन नगर में शिया समुदाय के जुलूस पर भी हमला हुआ है। जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई है और करीब 40 लोख घायल हैं। इस घटना को अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे से जोड़कर देखा जा रहा है। अफगानियों में पाकिस्तान के प्रति काफी गुस्सा है और बड़ी तादाद में लोग यहां शरणार्थी बनकर भी आ रहे हैं।