पाकिस्तान के उत्तरी इलाके में एक बस में बम धमाका हुआ है, जिसमें 10 लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में चीन के भी 6 नागरिक शामिल हैं। ये सभी इंजीनियर थे, जो चाइना-पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर से जुड़े एक प्रोजेक्ट के लिए काम कर रहे थे। देश के उत्तरी हिस्से में एक सुनसान जगह हुए इस धमाके को लेकर अभी तक ये स्पष्ट नहीं है कि ये सड़क किनारे लगाई गई आईईडी की वजह से हुआ है या फिर बस के भीतर ही विस्फोटक लगाया था। जियो न्यूज की रिपोर्ट में बताया गया है कि धमाके में 40 के करीब लोग घायल हुए हैं।
Possible TTP attack?
So much 'friendship' for Chinese nationals#CPEC under attack https://t.co/iBiljyDZCG— INDIA NARRATIVE (@india_narrative) July 14, 2021
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक यह पूरी सोची समझी रणनीति के तहत किया गया हमला लग रहा है। इन चीनी कामगारों को दासू बांध के निर्माण स्थल पर ले जाया जा रहा था। इस घटना में पाकिस्तानी सेना के दो जवानों की मौत हो गई है। सभी घायलों के शव को स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया है। पाकिस्तानी सुरक्षा बल इस पूरे हमले की जांच कर रहे हैं।
इस बम धमाके में बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए हैं। हजारा क्षेत्र के एक प्रशासनिक अधिकारी ने कहा कि जिस बस को निशाना बनाते हुए धमाका किया गया था, उसमें करीब 30 चीनी इंजीनियर भी सवार थे। ये लोग ऊपरी कोहिस्तान इलाके में स्थित दासू डैम पर जा रहे थे।
यह दासू डैम चाइना पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर का हिस्सा है। चीन के 65 अरब डॉलर के बेल्ट एंड रोड प्रोजेक्ट के तहत ही चाइना पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। इसके तहत चीन ने अपने पश्चिमी हिस्से को पाकिस्तान के ग्वादर पोर्ट से जोड़ने का लक्ष्य तय किया है। ऐसा होने पर चीन की मध्य और पश्चिम एशिया के देशों तक सीधे तौर पर कारोबारी पहुंच होगी। चाइना पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर के तमाम प्रोजेक्ट्स पर काम के लिए चीन ने बड़ी संख्या में अपने इंजीनियरों को भेजा है। ये लोग प्रोजेक्ट के निर्माण में इंजीनियरिंग का काम कर रहे हैं, जबकि पाकिस्तान के मजदूर निर्माण में लगे हुए हैं।