पाकिस्तानी सरकार ने सिविल वार की कवरेज को टीवी और प्रिंट मीडिया में भले ही न छपने दिया हो लेकिन पाकिस्तानी मीडिया ने सोशल प्लेटफार्म के जरिए इमरान खान की पोल खोल दी। पाकिस्तानी मीडिया ने कहा है देश में सिविल वॉर चल रहा है। इमरान खान भारत पर ठीकरा फोड़ने के बजाए टीएलपी से बात करें और संघर्ष विराम करवाएं।
भारत कितना भी धैर्य और सहनशीलता का परिचय क्यों न दे लेकिन पाकिस्तान की सरकार अपनी नाकामियों का ठीकरा भी भारत के सिर मढ़ने से नहीं चूकती। इसका ताजा उदाहरण पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान का देश के नाम संदेश है। पाकिस्तानी टीवी चैनलों पर प्रसारित इस संदेश में इमरान खान ने टीएलपी यानी तहरीक-ए-लब्बैक पार्टी के समर्थकों और सरकारी फौजों के बीच चल रहे खूनी संघर्ष पर देश को संबोधित किया था। इस संबोधन में अपनी नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए इमरान खान ने भारत को घसीट लिया। भारत को दुश्मन करार देते हुए कहा है कि भारत की एजेंसियां पाकिस्तान के बारे में भ्रम फैला रही हैं। पाकिस्तान को बर्बाद करने और तोड़ने की साजिश कर रही हैं। इमरान खान ने यहां तक कह डाला कि भारत नहीं चाहता कि पाकिस्तान आर्थिक तरक्की करे। देखें अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए इमरान खान ने भारत को किस तरह बदनाम करने की कोशिश की-
"علماء سے گزارش ہے کہ ناموسِ رسالت ﷺ کی حفاظت کے لیے ہمارا بھرپور ساتھ دیں،"
وزیراعظم عمران خان کا قوم سے خطاب#PMIK_VoiceOfMuslims pic.twitter.com/D9FympKEGb
— Prime Minister's Office, Pakistan (@PakPMO) April 19, 2021
हालांकि, इमरान खान के इस संबोधन के बाद ही पाकिस्तान की मीडिया ने ही इमरान खान की चिंदियां उधेड़नी शुरू कर दी। पाकिस्तान के तेज-तर्रार एंकरों में से एक माने-जाने वाले नूर उल आरफीन ने तुरंत अपने वीलॉग पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने इमरान खान को नाअहल और नाकारा पीएम बताते हुए कहा कि भारत तो कोरोना से जूझ रहा है।
भारत को कोरोना मरीजों से फुर्सत नहीं मिल रही है, और आप अपनी नाकामी के लिए भारत की टांग खींच रहे है। नूर उल आरफीन से पहले पाकिस्तान के जाने-माने पत्रकार हामिद मीर ने भी पेमरा की पाबंदियों का जिक्र ट्वीटर हैंडल पर किया था। हामिद मीर ने एक वीडियो भी अपनी वॉल पर शेयर किया था जिसमें पाकिस्तानी सशस्त्र बल तहरीक ए लब्बैक के प्रदर्शनकारियों पर गोलियां बरसा रहे हैं।
یہ 2014 میں سانحہ ماڈل ٹاؤن لاہور کی ویڈیو نہیں ہے بلکہ یہ 2021 میں ماہ رمضان کے دوران آج چوک یتیم خانہ لاہور کی ویڈیو ہے جس کی خبر الیکٹرانک میڈیا سے غائب ہے کیونکہ میڈیا پر پابندی ہے لوگ ہمیں لاشوں کی ویڈیوز بھجوا رہے ہیں ہم صرف اپیل کر سکتے ہیں کہ رمضان میں خونریزی نہ کریں pic.twitter.com/EoUTWXEmHY
— Hamid Mir (@HamidMirPAK) April 18, 2021
हामिद मीर सहित पाकिस्तान की तमाम मीडिया हस्तियों ने तहरीक ए लब्बैक और पाकिस्तानी सुरक्षाबलों के बीच संघर्ष को 'युद्ध' का नाम दिया है। पाकिस्तानी मीडिया ने इमरान सरकार मुंह पर तमाचा जड़ते हुए कहा है कि अगर सरकार और लब्बैक के बीच वार्ता हो रही है तो संघर्ष विराम का ऐलान होना चाहिए ।
इमरान खान की पूर्व पत्नी रेहम खान ने कई सारे वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किए थे। जिसमें साफ दिखाई दे रहा है कि पाकिस्तानी सशस्त्र बल तहरीक के लब्बैक ज्वाइन कर रहे हैं। वो भी सरकारी वर्दी और सरकारी असलह के साथ। इतना ही सोशल मीडिया पर पाकिस्तनी फौज के दो वीडियो भी शेयर किए गए हैं जिसमें इमरान खान को सीधे-सीधे चेतावनी दी गई है।
Are these fake videos & ppl pretending to be policemen too? https://t.co/YdJExZYRsV
— Reham Khan (@RehamKhan1) April 18, 2021
एक वीडियो हक बात 786 नाम के ट्वीटर हैण्डल से जारी किया गया है।
Pak army warning Government of pakistan#Stop_Gov_terrorism#خون_کےاخری_قطرےتک_لبیک pic.twitter.com/ZbwZEnrt45
— HaQ bat (@Haqbat786) April 18, 2021
इसके बावजूद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने सिर का ठीकरा भारत के सिर मढ़ने की कोशिश की लेकिन उनकी मीडिया ने उन्हीं की पोल खोल कर रख दी।