पाकिस्तान की सरकार झूठी, पाकिस्तान की आर्मी झूठी पाकिस्तान का प्रधानमंत्री झूठा और पाकिस्तान (Pakistan) का आर्मी चीफ झूठा। झूठ पाकिस्तान की छठू में पुज गया है, इसलिए पाकिस्तान में हर तरफ झूठ ही झूठ दिखाई देता है। इस झूठ से पाकिस्तान का मीडिया भला कैसे बच सकता है? पाकिस्तान (Pakistan) के झूठ और मक्कारी भरे कारनामों से अक्सर पर्दा हटता ही रहता है। पाकिस्तान अपनी मक्कारी और झूठ से नहीं माना। दुनिया ने मान लिया है कि कोई भी सुधर सकता है लेकिन पाकिस्तान (Pakistan) कयामत तक नहीं सुधर सकता है। पाकिस्तान ने कश्मीर और आतंकवाद को लेकर जितनी झूठी कहानियां गढ़ता है उतनी कहानियां तो परीलोक में भी नहीं लिखी गई होंगी।
पाकिस्तान को झूठ बोलते समय इतना भी ख्याल नहीं रहता कि उसकी मक्कारी और झूठ का कुछ लोगों की भावना और संवेदनाओं को धक्का लग सकता है। कभी-कभी ऐसा लगता है कि झूठे और मक्कार पाकिस्तान के पास दिल और दीमाग नाम की चीज है नहीं। <a href="https://en.wikipedia.org/wiki/Pakistan"><strong><span style="color: #000080;">पाकिस्तान</span></strong></a> की ऐसी ही मक्कारी और झूठ का उदाहरण दुनिया के सामने पेश है।
यह मामला 3 दिसंबर 2020 का है। ढाका में बांग्लादेश की पीएम <a href="https://hindi.indianarrative.com/world/bangladesh-pm-sheikh-hasina-reiteratedpakistan-s-1971-atrocities-unforgivable-20215.html"><strong><span style="color: #000080;">शेख हसीना</span></strong></a> ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त इमरान अहमद सिद्दीकी को बुलाया और उनसे कहा कि 1971 में पाकिस्तानियों के अत्याचार को न भुलाया जा सकता है और न माफ किया जा सकता है। पाकिस्तानी उच्चायुक्त के उन लम्हों को Focs Bangla ने कैमरे में कैद किया और ढाका ट्रिब्यून ने छापा भी। हेड लाईन थी 'PM Hasina: Bangladesh cannot forget Pakistan’s 1971 atrocities.'
<img class="alignnone wp-image-20543 size-full" src="https://hindi.indianarrative.com/wp-content/uploads/2020/12/Bangladesh-Dhaka.jpg" alt="Bangladesh Dhaka" width="1280" height="850" />
जो 1971 की भारत पाक जंग और बांगलादेश के उदय के बारे में जानते हैं वो यह भी जानते होंगे कि जनरल याहिया खां की पलटन बांग्लादेशियों को गुलाम समझते थे। बांग्लादेशियों युवकों की हत्या और लड़कियों का बलात्कार कर सड़क पर फेंक दिया जाता था। लाखों बांग्लादेश निवासियों को पाकिस्तानी फौज की बर्बरियत का शिकार बनना पड़ा था। बांग्लादेश के निवासियों के आंखों में दहशत और बहशत के मंजर आज भी तारी हो जाते हैं।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बांग्लादेशियों के आक्रोश से एक बार फिर पाकिस्तान को बावस्ता कराने के लिए पाकिस्तान के उच्चायुक्त इमरान अहमद सिद्दीकी को तलब किया था।
'फोकस बांग्ला' के उसी फोटो पाकिस्तान के बेहद कथित भरोसेमंद कहे जाने अखबार डॉन (Dawn) ने भी ठीक 24 घण्टे बाद छापा और देखिए डॉन (Dawn) ने क्या हेडलाइन दी, 'Hasina calls for strengthening ties with Pakistan.'
<img class="alignnone wp-image-20544 size-full" src="https://hindi.indianarrative.com/wp-content/uploads/2020/12/Bangladesh-Pak.jpg" alt="Bangladesh Pak" width="1280" height="850" />
अब इन पाकिस्तानियों और डॉन (Dawn) अखबार वालों से पूछा जाए 3 दिसंबर को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना टाई स्ट्रेंथनिंग के लिए बुलाया होगा या टाई ब्रेकिंग के लिए बुलाया था। बहरहाल, जो भी आप भी देखिए ढाका ट्रिब्यून और ढाका की फोटो और हेडलाइंस!.