पाकिस्तान की सरकार और आर्मी को बड़ा झटका लगा है। पाकिस्तान की इमरान सरकार से नाराज कुछ असंतुष्ट लोगों के एक गुट ने खैबर पख्तूनख्वाह में आर्मी की एक टुकड़ी पर जबरदस्त हमला किया है। इस हमले एक आर्मी अफसर कैप्टन अब्दुल वासित और 11 अन्य फौजी मारे गए हैं। घायल कितने हुए हैं इस बात की सही जानकारी नहीं मिली है। डीजीआईएसपीआर का इस घटना के बारे में बहुत ही रहस्यमई ढ़ग से बयान जारी किया है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि इस नरसंहार को तहरीक-ए-तालिबान-पाकिस्तान ने अंजाम दिया है। कहा जा रहा है कि पाकिस्तान की थल-स्कॉउट की जिस पैट्रोलिंग-पार्टी पर हमला हुआ है, उसने तालिबान के कुछ लड़ाकों को गिरफ्तार कर लिया था और एक लड़ाके को गोली मार दी थी। इससे गुस्साएं तालिबान ने थल स्कॉउट्स के 11 सैनिक और एक कैप्टन की हत्या कर दी। यह भी कहा जा रहा है कि थल-स्कॉउट के 4 सैनिकों को तालिबानी लड़ाकूओं के सामने सरेंडर किया था। जिन्हें तालिबानी लड़ाके अपने साथ ले गए। अगवा किये गये सैनिकों के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। हालांकि, यह हमला तालिबानी लड़ाकों ने ही किया है? अभी इसके बारे में पाकिस्तान की तरफ से आधिकारी तौर से कुछ भी नहीं कहा गया है।
'गुड तालिबान' और 'बैड तालिबान' की बात करने वाले पाकिस्तान में तालिबानियों का आतंक कोई नई बात नहीं है। टीटीपी वही संगठन है जिस पर आरोप लगा था कि पेशावर में 16 दिसबंर 2014 को आर्मी स्कूल पर भी हमला किया था। इस हमले में तकरीबन 200 मासूम बच्चों की जान चली गई थी। हालांकि, टीटीपी लगातार इस बात से इंकरा करता रहा है कि पेशावर स्कूल हमले में कोई हाथ था।
पाकिस्तानी मिल्ट्री के मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशन्स (आईएसपीआर) के हवाले से पाकिस्तानी न्यूज चैनल Geo TV ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि पाकिस्तानी सैनिकों ने तीन आतंकवादियों को मौत की नींद सुला दिया है। इसके अलावा इलाके में सर्च ऑपरेशन भी चलाया जा रहा है। आईएसपीआर के हवाले से यह भी बताया गया है कि यहां सुरक्षा बलों को इस इलाके में आतंकवादियों की उपस्थिति का पता चला था जिसके बाद सेना ने आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाया था। इसी दौरान आतंकवादियों ने अचानक सुरक्षा बलों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं।