अभी तक तो पाकिस्तान के पीएम इमरान खान का मजाक बाहर के लोग और विपक्षी दल के नेता ही बनाते थे, अब उनके चहेते कैबिनेट मंत्री भी उनका मजाक बनाने लगे हैं। बात ओसामा बिन लादेन को शहीद कहने की हो या फिर जापान और जर्मनी के बॉर्डर की इमरान के कबीना मंत्री कहते हैं कि पीएम की जुबान फिसल गई थी। ये बातें निजी तौर पर नहीं बल्कि नेशनल-इंटरनेशनल मीडिया को दिए जा रहे साक्षात्कार में कही गई हैं। इनको देखकर लगता है कि पाकिस्तान में इमरान खान की हैसियत क्या रह गई है।
ध्यान रहे, कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने नेशलन असेम्बली मेंअलकायदा के आतंकी सरगना ओसामा बिन लादेन को शहीद बता दिया था। अब एफएटीएफ के फंदे से अपनी गर्दन छुड़ाने के लिए छटपटा रहे पाकिस्तान ने कहा है कि वह ओसामा को आंतकवादी मानता है। पाकिस्तान के न्यूज चैनलजियो टीवी को दिए एक इंटरव्यू में सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान ओसामा बिन लादेन को अलकायदा का आतंकवादी मानता है। उन्होंने कहा, ''पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में आतंकवाद के खिलाफ जंग के समर्थन में मतदान किया था। हम यूएन के उस लिस्ट के वोटर हैं, जिसने ओसामा को आतंकवादी घोषित किया था।'' चौधरी से जब इमरान खान की ओर से ओसामा को शहीद बताने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि पीएम की जुबान फिसल गई थी।
पिछले साल जून में नेशनल असेंबली में भाषण देते हुए इमरान खान ने पाकिस्तान के एटबटाबाद में अमेरिका की ओर से किए गए ऑपरेशन को याद करते हुए कहा था कि ओसाम बिन लादेन शहीद हो गई थे। दिल की बात जुबान पर आई तो दुनिया के सामने पाकिस्तान को शर्मसार होना पड़ा और तब से ही इमरान के इस बयान से पीछा छुड़ाने की कोशिश की जा रही है। हाल ही में विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने टोलो न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि इस बयान को गलत संदर्भ से जोड़ दिया गया। उन्होंने इसके लिए मीडिया के एक हिस्से को दोषी बताया।