Hindi News

indianarrative

Pakistan By Poll कराची में PTI के उम्मीदवार की जमानत जब्त, जनता ने इमरान खान को औकात बताई

कराची संसदीय उप चुनाव में पीएम इमरान खान की पार्टी की शर्मनाक हार

पाकिस्तान के संसदीय उपचुनाव में पाकिस्तान की अवाम ने इमरान खान को उसकी औकात दिखा दी है। नेशनल असेंबली की कराची की सीट संख्या NA-249संसदीय उपचुनाव में इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ को कड़ा सबक सिखाया है। इस उपचुनाव में बिलावल भुट्टो जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के उम्मीदवार कादिर खान मंडोखेल को जीत हासिल हुई है। उन्होंने नवाज शरीफ की पीएमएल-एन के उम्मीदवार मिफ्ताह इस्माइल को हराया है। जबकि, इमरान की पार्टी पीटीआई के प्रत्याशी अमजद अफरीदी पांचवें स्थान पर हैं।

बड़ी बात यह है कि इस उपचुनाव में प्रतिबंधित होने के बावजूद तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान ने अपना प्रत्याशी उतारा। इस चुनाव में टीएलपी के उम्मीदवार मुफ्ती नजीर अहमद कमलवी 11,125वोटों के साथ तीसरे स्थान पर हैं। इसी कट्टरपंथी पार्टी ने कुछ दिनों पहले फ्रांस से राजनयिक संबंध तोड़ने के नाम पर पाकिस्तान की सड़कों पर जमकर उत्पात मचाया था। जिसके बाद इमरान कैबिनेट ने टीएलपी को आतंकवादी संगठन मानते हुए प्रतिबंधित कर दिया था।

इसे भी देखेंः इमरान खान- घर में नहीं दाने, अम्मा चली भुनाने

NA-249संसदीय उपचुनाव में विपक्षी पार्टियों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा, हालांकि इमरान सरकार को हटाने के नाम पर ये एकजुट होने का दावा करते हैं। जीत के बाद खुशी से लबरेज बिलावल भुट्टो जरदारी ने ट्वीट कर कराची के मतदाताओं को धन्यवाद किया। वहीं, पीएमएल-एन की प्रमुख नेता और नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने ट्वीट कर चुनाव में धांधली का आरोप लगाया।

मरियम नवाज ने लिखा कि चुनाव आयोग को सबसे अधिक विवादित और विवादास्पद चुनावों में से एक के परिणामों को रोकना चाहिए। भले ही यह नहीं होगा, यह जीत अस्थायी होगी और जल्द ही पीएमएल-एन वापसी करेगी। उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को नवाज शरीफ और पार्टी के लिए मतदान और मिफ्ताह इस्माइल का समर्थन करने के लिए धन्यवाद दिया।

 

 

 

उन्होंने सवाल किया कि जब मतदान केवल 15 से 18 फीसदी ही हुआ तो यह देर रात तक कैसे जारी रहा। क्या यहां कुछ पर्दे के पीछे खेल हुआ जिससे इलेक्शन स्टॉफ को देरी हुई। क्या उन्हें लगता है कि हम मूर्ख हैं? पहले यह सीट नवाज शरीफ की पार्टी के पास थी, लेकिन 2018 में यहां से इमरान खान की पार्टी को जीत मिली। लेकिन, इस बार के उपचुनाव में इमरान की पार्टी पांचवें स्थान पर लुढ़क गई है।