भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर मुद्दे को लेकर तनाव बना हुआ है। इससे व्यापार और आर्थिक रिश्ते भी खराब हो गए हैं। जिसके चलते पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान हमेशा से भारत के खिलाफ जहर उगलता रहा है। जिसके चलते उसे कई बार जग हंसाई का सामना करना पड़ा। लेकिन लगता है कि पाकिस्तान को धीरे-धीरे अक्ल आ रही है। क्योंकि नए राष्ट्रीय सुरक्षा नीति में पाकिस्तान ने साफ कहा कि वो पड़ोसी देश भारत से शांति और आर्थिक कूटनीति को प्रमुखता देगा। 100 पन्ने की गोपनीय राष्ट्रीय सुरक्षा नीति में कहा गय कि भारत के साथ बिना कश्मीर मुद्दे के अंतिम समाधान के व्यापार और बिजनस रिश्ते को बढ़ाया जाएगा।
रक्षा नीति से जुड़े एक अधिकारी ने कहा- 'हम अगले 100 साल तक भारत के साथ बैर नहीं करेंगे। इस नई नीति में बिल्कुल पड़ोसी देशों के साथ शांति पर जोर दिया गया है।' रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान ने अपने नए राष्ट्रीय सुरक्षा नीति में कहा है कि वह अब जिओ स्ट्रेटजिक की बजाय जिओ इकनॉमिक्स पर फोकस करेगा। पाकिस्तान की नीतियों में आ रहे इस बदलाव से उम्मीद है कि भारत के साथ रिश्तों में तल्खी कम होगी। हालांकि भारतीय विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान के लिए यह कहना आसान है लेकिन करना मुश्किल है।
पाकिस्तानी अधिकारी ने कहा- 'आर्थिक सुरक्षा नए राष्ट्रीय सुरक्षा नीति में मुख्य मुद्दा होगा।' अधिकारी ने कहा कि इस बदलाव के बाद भी भारत के साथ कश्मीर विवाद को पाकिस्तान के लिए 'अहम राष्ट्रीय नीति' के रूप में पहचान की गई है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर अगर बातचीत और प्रगति होती है तो इस बात की संभावना है कि भारत के साथ पहले की तरह से व्यापार और व्यवसायिक संबंध सामान्य हो सकते हैं। कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध ठहर गए हैं। पाकिस्तान ने भारत के कश्मीर पर उठाए गए कदमों के जवाब में राजनयिक रिश्तों को कम कर दिया था और द्विपक्षीय व्यापार को निलंबित कर दिया था।