पाकिस्तान में विपक्ष ने प्रधानमंत्री इमरान खान को सत्ता से हटाने के लिए कमर कस ली है। नेशनल एसेंबली में उनके खिलाफ सोमवार को अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है। लेकिन इससे पहले पाक को जोरदार झटका लगा है। बता दें कि पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के टांक जिले में पैरामिलिट्री फोर्स कैंप पर जोरदार आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 3आतंकियों के मारे जाने की खबर है और 22अन्य घायल हो गए हैं। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस हमले में सेना के कितने लोग हताहत हुए हैं, अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
#BreakingNews Terrorist attack on #Pakistan paramilitary Forces #FC camp in #Tank #KPK .3 attackers have been killed in the shoot out so far, 22 injured have been shifted to hospital And causalities not confirmed yet. pic.twitter.com/2xIcuQP3KX
— Technical Astra (@kishanchand_89) March 30, 2022
बताया जा रहा है आत्मघाती बम हमलावर सैन्य शिविर में घुस आए थे। इस हमले के लिए टीटीपी को जिम्मेदार बताया जा रहा है। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक आतंकी नूशकी और पंजगुर के स्टाइल में हमले कर रहे थे। नूशकी और पंजगुर में में कई दिनों तक आतंकी शिविर के अंदर ही छिपे रहे थे और उन्होंने दर्जनों सैनिकों को मार गिराया था। बताया जा रहा है कि ये हमलावर घातक अमेरिकी हथियारों से लैस थे। 3आतंकियों के शव घटनास्थल से बरामद किए गए हैं। प्रशासन ने इस इलाके में जाने वाले सभी रास्तों को रोक दिया है। इस हमले के लिए तहरीक-ए-तालिबान पर शक जताया जा रहा है, लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।
4 #TTP fighers attacked #pakarmy garison in #tank district of #kpk khyber paktoon kwah
15 #pakistan fc eIiminated so far ,as firing continues
pakistan cant survive for long 😂 pic.twitter.com/LzyKRvqz8A
— Fatimak khan (@Fatimak22461) March 30, 2022
टीटीपी के आतंकी अफगानिस्तान में छिपे रहते हैं और अक्सर पाकिस्तानी सेना पर घातक हमले करते रहते हैं। पाकिस्तान की सरकार कई बार तालिबान से यह मुद्दा उठा चुकी है लेकिन अभी तक उन्होंने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। इससे तालिबान और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। तालिबान ब्रिटिश काल की डूरंड रेखा को अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच आधिकारिक सीमा के रूप में मान्यता नहीं देता है। बिगड़ते संबंधों का एक अन्य कारण तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) को अफगान तालिबान का समर्थन रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अभी कुछ दिन पहले खैबर पख्तूनख्वा जिले में सीमा पर टीटीपी के साथ झड़पों में दो पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे।