पाकिस्तान को लेकर यह कहना की सबकुछ ठीक है यह सही नहीं होगा। इन दिनों मुल्क में काफी उथल-कूद मचा हुआ है। सबसे ज्यादा चर्चा प्रधानमंत्री इमरान खान को लेकर है। खबरों की माने तो कहा जा रहा है कि, सेना ने पाकिस्तान में तख्तापलट की पूरी तैयारी कर ली है और कुछ ही दिनों में इमरान खान को अपनी कुर्सी से हाथ धोना पड़ेगा। इस बात पर जोर तब मिलता है जब आर्मी चीफ जावेद बाजवा की मुलाकात इमरान खान से हुई। इसी के बाद से खबरें तेज हो गई हैं कि अब पाकिस्तान आर्मी कोई बड़ा कदम उठाने जा रही है।
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पाकिस्तान में इन दिनों महंगाई अपने चरम पर है। दैनिक चीजें इतनी महंगी हो गई हैं कि लोग सड़कों पर आ गए हैं। भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने में इमरान सरकार नाकाम रही है और यही इन दिनों खान की सिरदर्द बनी हुई है। इस बीच बुधवार को पाक सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने इमरान खान से मुलाकात की जिसके बाद से ये कयास लगाए जा रहे हैं कि पाकिस्तानी सेना एक बार फिर से बड़ा कदम उठा सकती है। इमरान खान और बाजवा के बीच बैठक प्रधानमंत्री ऑफिस में हुई।
वहीं, इन दिनों पाकिस्तान की विपक्षी पार्टियां भ्रष्टाचार को नियंत्रित करने में असमर्थता को लेकर इमरान खान सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। बैठक को लेकर जारी संक्षिप्त आधिकारिक बयान के अनुसार मीटिंग में पाकिस्तानी सेना से संबंधित व्यावसायिक मामलों पर चर्चा की गई। हालांकि, इस संबंध में कोई विवरण नहीं दिया गया। यह बैठक ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशन की ओर से जारी रिपोर्ट में पाकिस्तान में भ्रष्टाचार के मामलों में बढ़ोतरी के बाद हुई है।
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रिपोर्ट में बताया गया है कि, देश में भ्रष्टाचार विरोधी निगरानी की 2021 की रिपोर्ट में 16 स्थान गिरकर 140 स्थान पर आ गया। रिपोर्ट सामने आने के बाद प्रधानमंत्री इमरान खान की जवाबदेही और आंतरिक सलाहकार शहजाद अकबर ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे को लेकर विपक्ष का कहना है कि, भ्रष्टाचार के मामलों में विपक्ष को फंसाने में नाकाम रहे जिसके बाद उन्होंने ऐसा कदम उठाया। वहीं, इमरान खान के इस्तीफे पर भी दबाव बनाने के लिए लगभग एक दर्जन विपक्षी दलों का गठबंधन, पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) ने 23 मार्च को देशव्यापी विरोध शुरू करने की घोषणा की।