Balochistan Protest Ban: चीन इस वक्त पाकिस्तान में अपने ड्रीम प्रोजेक्ट CPEC पर काम कर रहा है। लेकिन, पिछले कुछ समय से ये प्रोजेक्ट धीमा हो गया है जिसे लेकर चीन सरकार चिंतित है और कई बार शहबाज सरकार की क्लास भी लगा चुकी है। खासकर बलूचिस्तान में लोग चीन के प्रोजेक्ट्स का विरोध कर रहे हैं। चीन यहां के लोगों को उन्हीं के जमीन पर जाने से रोक रहा है। समुद्र में मछली पकड़ने पर पाबंदी लगा रहा है। ऐसे में इस हफ्ते बलूचिस्तान में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक छड़प हो गई जिसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई। इसके बाद राज्य सरकार ने बंदरगाह शहर ग्वादर में विरोध प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगू (Balochistan Protest Ban) करने के साथ ही कर्फ्यू लगा दिया है। पाकिस्तान ऐसा करके ग्वादर के लोगों की आवाज को दबाने की कोशिश कर रहा है। क्योंकि, उनकी समस्याओं से तो पाकिस्तान की सरकार को कोई मतलब ही नहीं है। बलूचिस्तान (Balochistan Protest Ban) के लोग लगातार कहते आए हैं कि, चीन ने जिन चिजों का वादा किया था वो पूरी नहीं हुआ अब उलटा उन्हें मछली पकड़ने से रोका जा रहा है, घर आते वक्त उन्हें चीनी सैनिकों को पहचान पत्र तक दिखाना पड़ता है।
चीन की फटकार के बाद पाकिस्तान ने बलूचिस्तान के लोगों का घोंटा गला
मौलाना हिदायतुर रहमान के नेतृत्व में हक दो तहरीक (HDT) नामक संगठन से जुड़े प्रदर्शनकारी लगभग दो महीने से स्थानीय मछुआरों की जगह मशीनीकृत नौकाओं के जरिए अवैध रूप से मछली पकड़ने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इस इलाके के स्थानीय मछुआरे अपनी आजीविका के लिए पीढ़ियों से मछली पकड़ने के व्यापार पर निर्भर हैं। आमतौर पर शांतिपूर्ण रहा विरोध प्रदर्शन इस हफ्ते तब हिंसक हो गया जब पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की, जिसके परिणामस्वरूप झड़पें हुईं, जिसमें मंगलवार को एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई। पुलिस प्रवक्ता असलम खान ने बताया कि हाशमी चौक पर प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़कने के बाद कांस्टेबल यासिर के गले में गोली लगी और उसकी मौके पर ही मौत हो गयी। बलूचिस्तान के गृह मंत्री मीर जियाउल्लाह लैंगोव ने कहा कि प्रांतीय सरकार ने पहले ही HDT की सभी मांगों को स्वीकार कर लिया है और विरोध का कोई कारण नहीं है। राज्य सरकार ने बंदरगाह शहर ग्वादर में विरोध प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगू करने के साथ ही कर्फ्यू लगा दिया है। ये चीन को खुश करने के लिए है और साथ ही आम लोगों की आवाज दबाने के लिए किया गया है। पाकिस्तान सरकार को अभी चीन की ओर से फटकार लगी है जिसके बाद ये फैसला लिया गया है।
आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिए NSC संग शहबाज की मीटिंग
पाकिस्तान में इस वक्त आतंकवाद अपने चरम पर है। आतंकियों का कहना है कि, उन्हें पाकिस्तान में अलग हिस्सा चाहिए जहां वो अपनी सरकार बनाएंगे। जिस TTP को पाकिस्तान ने पाल पोश कर भारत के खिलाफ खड़ा किया आज वहीं मुल्क को छननी कर रहा है। टीटीपी इस वक्त पाकिस्तान में जमकर हमले कर रहा है। ऐसे में अब पाकिस्तानी सरकार ने ‘आतंकवाद की हालिया लहर’ को परास्त करने का संकल्प लिया है और चेतावनी दी है किसी को भी राष्ट्रीय सुरक्षा की अहम धारणा को नुकसान पहुंचाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। शहबाज शरीफ ने देश में बढ़ते आतंकवाद के खतरे का मुकाबला करने की रणनीति पर चर्चा के लिए शुक्रवार को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की बैठक बुलाई थी। एनएससी देश की सुरक्षा संबंधी निर्णय लेने वाला सर्वोच्च निकाय है।
यह भी पढ़ें- चीन ने खत्म की Pakistan संग दोस्ती! CPEC को बीच में रोका, कहा- अब हमारे बस का नहीं!