तालिबान की वकालत कर रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की अपने ही हरकतों की वजह से हर तरफ बेइज्जती हो रही है लेकिन इसके बाद भी वो बाज नहीं आ रहे हैं। तालिबान ने अफगानिस्तान पर तो कब्जा कर लिया है लेकिन पंजशीर घाटी पर कब्जा करने की कोशिश में उसको लगातार घाटा हो रहा है। तालिबान जब भी पंजशीर पर हमला बोल रहा है पंजशीर के लड़ाके उन्हें मुह तोड़ जवाब देते हुए खदेड़ दे रहे हैं। ऐसे में अब तालिबन प्रोपोगेंडा फैला रहा है कि वह पंजशीर में कई कमांडरों के मार दिया है और ऐसी अफवाह इमरान खान के पाकिस्तानी मीडिया में जमकर सर्कुलेट हो रहा है। अब अहमद मसूद ने कहा है कि, पजशीर घाटी को लेकर पाकिस्तानी मीडिया में झूठी खबरें सर्कुलेट हो रही हैं।
दरअसल, तालिबान ने दावा किया है कि उसने पंजशीर घाटी पर कब्जा कर लिया है। लेकिन तालिबान को टक्कर दे रही सेना के मिलिट्री कमांडर अहमद मसूद ने चरमपंथी संगठन के दावों को खारिज कर दिया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि, पंजशीर की जीत की खबरें पाकिस्तानी मीडिया में सर्कुलेट हो रही हैं, ये एक झूठ है। पंजशीर को जीतने पर वो दिन पंजशीर में मेरा आखिरी दिन होगा, इंशाअल्लाह। मसूद और उनकी सेना पंजशीर घाटी पर नियंत्रण के लिए तालिबान के साथ भीषण लड़ाई लड़ रही है।
तालिबान के खिलाफ पंजशीर में पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह भी अहमद मसूद के साथ हैं। उन्होंने कहा है कि, उनकी सेना ने अभी तक हथियार नहीं डाले हैं। उनके भागने की खबरें भी सामने आई थीं, मगर उन्होंने इन खबरों को खारिज कर दिया है। बीबीसी को भेजे एक वीडियो मैसेज में सालेह ने कहा है कि, दोनों पक्षों को भारी नुकसान पहुंचा है।
इसके आगे उन्होंने कहा कि, इसमें कोई शक नहीं कि हम मुश्किल स्थिति में हैं, हम तालिबान के आक्रमण का सामना कर रहे हैं। मगर हम आत्मसमर्पण नहीं करेंगे, हम अफगानिस्तान के लिए खड़े हैं। इसके साथ ही उन्होंने वीडियो शेयर करने के उद्देश्य को लेकर उन्होंने कहा कि, वो लोगों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि उनके देश छोड़ने की झूठी खबरें फैलाई जा रही हैं। बताते चलें कि, तालिबान अब अफगानिस्ता में प्रोपोगेंडा फैलाना शुरु कर दिया है। तालिबनी नेताओं का दावा था कि, पंजशीर घाटी इस्लामवादी मिलिशिया के हाथ में आ गई है।