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UAE में इंडियन दंपति के हत्यारे पाकिस्तानी मजदूर को शरजाह की अदालत ने सुनाई सजा-ए-मौत

भारतीय दंपति के हत्यारे पाकिस्तानी मजदूर को फांसी का सजा

इसे कहते हैं इंसाफ। अगर अपराधी ने हत्या की है तो उसे मौत की सजा मिलनी तय है। वो भी कोई 15-20 साल बाद नहीं, बल्कि महज 2 साल के भीतर। शारजहा में रहने वाले परिवार पर चाकू से हमला कर हत्या करने वाले पाकिस्तानी को यूएई की अदालत ने दो साल से भी कम समय में सारे गवाह और सबूतों को परखा और पाकिस्तानी को मौत की सजा सुना दी।

खबरों के मुताबिक 15 जून 2020 को पीड़ित परिवार के विला में मेंटीनेंस करने आए पाकिस्तानी मजदूर की निगाह उनकी तिजोरी पर पड़ गई। उसने रात के समय तिजोरी तोड़ कर पैसे चुराने का प्लान बनाया। पाकिस्तानी मजदूर पहले शरजाह के मॉल में गया और वहां से एक चाकू खऱीदा। फिर एक टैक्सी उनके विला तक पहुंचा। तब तक रात हो चुकी थी। विला में पति-पत्नी और उनकी बेटी थी। तीनों लोग सो रहे थे। पति का नाम हिरेन अधिया और पत्नी का नाम विधि हदिया था। नंगे पैर विला में घुसे पाकिस्तानी मजदूर को तिजोरी तोड़ने में सफलता मिल ही गई थी कि इसी बीच हिरेन की आंख खुल गई। जैसे ही उसने पाकिस्तानी मजदूर को रोकने की कोशिश की तो उसने हिरेन पर चाकू से कई वार किए दोनों की आवाज से विधि अधिया भी जाग गई तो पाकिस्तानी ने विधि पर चाकू से कई वार किए। आधी रात को माता-पिता के रूम में अनहोनी की आशंका से बेटी घुसी तो पाकिस्तानी चोर मजदूर ने उस पर भी चाकू से वार किया और वहां से भाग गया। लेकिन किस्मत से वह बच गई और पुलिस को सूचना देने में कामयाब रही।

पाकिस्तानी मजदूर चोर ने हिरेन अधिया पर करीब 10 बार और उनकी पत्नी पर 14 बार चाकू से वार किया था। घटना के 24 घंटे के भीतर ही उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। अपने बयान में दोषी ने बताया, "मैंने शारजाह सुपर मार्केट से एक चाकू खरीदा और एक ड्राइवर को 70 दिरहम (1500 रुपए) दिए ताकि वह मुझे विला के पास छोड़ दे। मैंने शाम सात बजे से रात 11 बजे तक इंतजार किया और फिर विला के गार्डन में दीवार पर चढ़ कर कूद गया। इसके बाद मैंने दो घंटे तक परिवार के सोने का इंतजार किया।"

उसने जूता निकाला और नंगे पैर घर में घुस गया और पैसे खोजने लगा। उसने पहली मंजिल पर मिले एक पर्स से 1,965 दिरहम (40,000 रुपए) चुराए। इसके बाद उसे याद आया कि हाल ही में जब वह मेंटीनेंस के लिए विला में आया था तो दंपति के कमरे में पैसे देखे थे, जिसके बाद वह दंपति के कमरे में घुस गया। वह एक दराज को खोल कर पैसे खोजने लगा, जिसके कारण हिरेन की नींद खुल गई। हिरेन को जागता देख उसने बिना कुछ सोचे-समझे एक के बाद एक चाकू से कई वार किए। हमले से उसकी पत्नी की नींद खुली तो उसने उन पर भी चाकू से वार किया।

दर्द से कराहते दंपति की आवाज सुन कर उनकी बेटी कमरे में पहुंची तो देखा कि उसके माता-पिता खून से लथपथ हैं। आरोपी ने उसके गले पर भी वार किया और वहां से भाग निकला। आरोपी ने बताया कि डबल मर्डर के बाद उसने चाकू को रेत में फेंक दिया और दुबई-अल-एन रोड तक पैदल चलता रहा। यहां से उसने उसी व्यक्ति को फोन किया जो उसे छोड़ने के लिए आया था और उसे शारजाह ले जाने को कहा। आरोपी पर डबल मर्डर, हत्या के प्रयास और लूट का मुकदमा चला। शरजाह की अदालत ने उसे डबल मर्डर के अलावा मर्डर की कोशिश और लूट के आरोप में दोषी पाया और उसे मौत की सजा सुना दी।