इस सम्मेलन में कोरोना वायरस महामारी से लेकर जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है। अधिकारी के मुताबिक वैक्सीनेशन की स्पीड से आप कोरोना के म्यूटेशन को हरा सकते हैं। अधिकारी ने ये भी कहा कि भारत में बनने वाले वैक्सीन की डोज को दक्षिण पूर्व एशियाई देशों में वैक्सीनेशन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। व्हाइट हाउस ने मंगलवार को इस बात की घोषणा की थी जो बाइडेन क्वाड की बैठक में हिस्सा लेंगे।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मेलन में ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा तथा अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ हिस्सा लेंगे। क्वाड रूपरेखा के तहत नेताओं का पहला शिखर सम्मेलन 12 मार्च को डिजिटल तरीके से आयोजित होगा।
वहीं, व्हाइट हाउस की प्रवक्ता जेन साकी ने कहा कि शुक्रवार को पहली बार क्वाड के नेता सम्मेलन में मिल रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इसे प्राथमिकता के आधार पर रखा है, ये बताता है कि प्रशांत महासागर में सहयोगियों के साथ हमारा गठबंधन कितना महत्वपूर्ण है।
इस बीच मंगलवार को मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा से टेलीफोन पर बात की और दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के साथ क्वाड रूपरेखा के तहत हिंद प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक दोनों नेताओं ने पिछले कुछ सालों में भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी के विकास में दोनों देशों की कोशिशों की तारीफ करते हुए सकारात्मक रूप से संतोष जताया। उन्होंने सराहना की कि दोनों देशों ने कोविड-19 के बावजूद पिछले साल द्विपक्षीय आदान-प्रदान बनाए रखा।