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चीन पर नकेल कसने की तैयारी- भारत-US समेत 17 देश मिलकर आमसान में दिखाएंगे अपनी ताकत

चीन पर नकेल कसने की तैयारी

ऐसा लगता है कि अमेरिका चीन को न सिर्फ चिढ़ा रहा है बल्कि ये बता रहा है कि ड्रैगन कितना भी उपर उड़ ले लेकिन उसे सुपर पावर से नीचे ही रहना होगा। अमेरिका ने जो अब कदम उठाया है वो साफ तौर पर चीन के लिए चेतावनी है कि यूएस पीछे हटने वाला नहीं है।

नैन्सी पेलोसी के ताइवान यात्रा के बाद चीन बुरी तरह भड़क गया और उसके क्षेत्रों में घुसकर सैन्यभ्यास करना शुरू कर दिया। ड्रैगन ने ताइवान के समुद्र और हवाई क्षेत्र के आसपास भारी मिसाइलें दागी थीं और युद्धपोत तथा लड़ाकू विमान भेजे थे। सैन्यभ्यास तो चीन ने रोक दिया है लेकिन ताइवान के डिफेंस क्षेत्र में लगातार अपने फाइटर जेट भेज रहा है। उधर अमेरिका का कहना है कि वो किसी भी हाल में ताइवान की रक्षा करेगा। अब चीन को जवाब देने के लिए अमेरिका के साथ भारत भी आ गया है। सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि 17 देश मिलकर ड्रैगन पर नकेल कसेंगे। ये सारे देश आसमान में अपनी ताकत दिखाएंगे और चीन को आगाह करेंगे कि अगर उसने एक भी गलत कदम उठाया तो वो किसी भारी तबाही देखेगा उसका उसे अंदाजा भी नहीं है।

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दरअसल, चीन को सबक सिखाने के लिए ऑस्ट्रेलिया के समुद्री इलाके में शुक्वार से युद्धाभ्यास शुरू हो गया है। जिसमें, अमेरिका, ब्रिटेन और भारत समेत 17 देश शामिल हुए। इस युद्धाभ्यास में 100 फाइटर जेट की गूंज भी सुनाई दी। रॉयल ऑस्ट्रेलियन एयर फोर्स की अगुवाई में इस मेगा वॉर ड्रिल का आयोजन किया है, जिसमें 17 देशों की सेनाएं हिस्सा ली।

ये मेगा वॉर ड्रिल 19 अगस्त से शुरू होकर 6 सितंबर तक चलेगी। इस वॉर ड्रिल में जर्मनी के लड़ाकू विमान भी हिस्सा लेंगे। भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान, दक्षिण कोरिया की वायुसेना भी इस बड़ी वॉर ड्रिल में हिस्सा लेगी। इसमें 100 लड़ाकू विमान और 2500 सैन्य बल शामिल होंगे। यह युद्धाभ्यास कई तरह से मायने रखता है। क्योंकि, दुनिया में इस वक्त कई देशों के बीच हालात ठीक नहीं चल रहे हैं। उधर यूक्रेन और रूस के बीच छिड़ी जंग से अभी दुनिया रोकने में सफल नहीं हुई थी कि अब ताइवान पर हमला करने के लिए चीन पूरी तरह से तैयारी कर लिया है। ऐसे में यह सैन्यभ्यास बेहद ही अहम है।

दरअसल, रूस, चीन और अमेरिका के बीच जारी खींचतान से विश्व में तीसरे विश्व युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। रूस-यूक्रेन, चीन और ताइवान के बीच जंग के हालात। उधर आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच झड़पें हो रही हैं। इन सबके साथ ही भारत और चीन की सीमा फिलहाल शांत जरूर है लेकिन अंदर ही अंदर हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। ऐसे में ये युद्धाभ्या को सीधे तौर पर चीन के खिलाफ माना जा रहा है। वैसे भी चीन को काबू में करना बेहद ही जरूरी है।

ये 17 देश हो रहे हैं शामिल

इस मेगा वॉर ड्रिल में ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, भारत, जापान, इंडोनेशिया, मलेशिया, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर, फिलीपींस, थाईलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका और ब्रिटेन हिस्सा लेने वाले हैं।