पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक तरफ जहां हिंदू समुदाय को होली की शुभकामनाओं का ढोंग रचा वहीं रावलपिंडी में कट्टरपंथी मुल्लाओं ने हिंदू मंदिर पर हमला कर उसे ध्वस्त कर दिया। हमेशा की तरह एक बार फिर काफी मशक्कत के साथ पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके खानापूर्ति कर दी गई है। रावलपिंडी का यह मंदिर सैंकड़ों साल पुराना था। और होली के अवसर पर इसका पुनरूद्धार करवाया जा रहा था। ध्यान रहे हाल ही में खैबर पख्तूनवा में भी हिंदू मंदिर पर हमला किया गया था।
रावलपिण्डी पुलिस में दर्ज की गई शिकायत के मुताबिक, मंदिर पर हमले की ये घटना शहर के पुराना किला क्षेत्र में शनिवार शाम 7.30बजे हुई। दर्जनोंकी संख्या में लोगों की भीड़ ने मंदिर पर धावा बोल दिया। भीड़ ने मंदिर के मुख्य दरवाजे को क्षतिग्रस्त कर दिया। मंदिर की ऊपरी मंजिल के एक अन्य दरवाजे और सीढ़ियों को नुकसान पहुंचाया गया। डॉन अखबार ने बताया कि ‘एवेक्यू ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड’के सुरक्षा अधिकारी सैयद रजा अब्बास जैदी ने रावलपिंडी के बन्नी पुलिस स्टेशन में एक एफआईआर दर्ज करवाई।
आधिकारिक अनुमानों के अनुसार, पाकिस्तान में 75 लाख हिंदू रहते हैं। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हमले आम हैं। पिछले साल दिसंबर में, खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के करक जिले में एक हिंदू मंदिर पर भीड़ द्वारा हमला किया गया था और इसे क्षतिग्रस्त कर दिया था।