बांग्लादेश के 3 बैंकों के अवैध धन के लेन-देन में वैश्विक नेटवर्क से जुड़े होने की सूचना मिली है। इन 3 बैंकों में से 2 इस्लामिक बैंकों में 4 बार हुए ट्रांजेक्शन के जरिए 3,37,733 डॉलर आए। ये पैसे ऑस्ट्रेलियाई और एक लातवियाई बैंक से आए थे। वहीं राज्य के स्वामित्व वाले तीसरे बैंक से 4 ट्रांजेक्शन के जरिए 4,95,204 डॉलर भेजे गए। ये सभी लेन-देन सितंबर 2016 में एक जर्मन बैंक के साथ हुए थे।
अमेरिका के ट्रेजरी विभाग के वित्तीय अपराध प्रवर्तन नेटवर्क या फिनकेन फाइलों से इन सभी ये सभी 8 संदिग्ध लेनदेन के नमूने निकाले गए, ताकि यह पता चल सके कि बांग्लादेश से कैसे संदिग्ध लेन-देन हुए। ये जानकारियां बांग्लादेश को वैश्विक नेटवर्क में हुये उस खरबों डॉलर से अधिक के संदिग्ध लेन-देन से जोड़ती हैं, जो कि 1999 और 2017 के बीच किए। इस पैसे का उपयोग आतंकवादी और आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने या उन पर खर्च किए जाने का संदेह है।
हालांकि अन्य दक्षिण एशियाई देशों जैसे कि भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बैंकों की तुलना में बांग्लादेशी बैंकों से हुए संदिग्ध लेनदेन की मात्रा बहुत ही कम थी। रिपोर्ट के अनुसार बांग्लादेश की यह राशि 8 मिलियन डॉलर से अधिक थी, जबकि भारत के लिए 888.46 मिलियन डॉलर, पाकिस्तान में 2.39 मिलियन डॉलर और अफगानिस्तान में 99.94 मिलियन डॉलर थी।
बांग्लादेशी बैंकों के लेनदेन को दो अमेरिका-स्थित बैंकों के जरिए किया गया था और इन्हीं बैंकों ने फिनकेन के साथ इस संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट दायर की थी। ये दस्तावेज बजफीड न्यूज को मिले थे और दुनिया भर के पत्रकारों के साथ साझा किए गए थे। प्रमुख अमेरिकी और अंतर्राष्ट्रीय बैंकों द्वारा दाखिल की गई 2,100 से अधिक संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्ट 1999 से 2017 के बीच 2 खरब डॉलर से अधिक के लेनदेन से संबंधित हैं।
इस खुलासे के बाद बांग्लादेश फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट ने कहा है कि वह जांच करेगा कि क्या लेनदेन के माध्यम से नियमों का उल्लघंन या मनी लॉन्ड्रिंग हुई थी। यूनिट के प्रमुख अबू हेना मोहम्मद रजी हसन ने कहा, "ये संदिग्ध लेनदेन हैं, लेकिन इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि क्या मनी लॉन्ड्रिंग नियम का उल्लंघन किया गया था। ये सामान्य व्यापार लेनदेन भी हो सकते हैं।".