पाकिस्तान की गैस पाइप लाइन मेंटिनेंस रूस कर रहा है, पाकिस्तान को नॉन कॉम्बेट हेलिकॉप्टर मांग रहा है। लेकिन रूसी विदेश मंत्री ने साफ कर दिया कि फिलहाल अफगान शांति मसौदे के अलावा कोई और बात नहीं होगी। पाकिस्तान में नौ साल में किसी रूसी विदेश मंत्री द्वारा की जाने वाली देश की पहली यात्रा के दौरान रूसी विदेश मंत्री सरगेई लावरोव इस बार अफगानिस्तान शांति वार्ता के लिए पहुंचे हैं। उनका पाकिस्तान दौरा काफी अहम माना जा रहा है। क्योंकि इस दौरान दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर अहम चर्चा होगी।
अपने दो दिवसीय यात्रा पर रूस के विदेश मंत्री लावरोव मंगलवार को पाकिस्तान पहुंचे जहां वो द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ अफगानिस्तान की स्थिति पर देश के शीर्ष नेतृत्व और सेना प्रमुख के साथ महत्वपूर्ण बातचीत करेंगे। वर्ष 2012 के बाद पाकिस्तान की यात्रा करने वाले लावरोव पहले रूसी विदेश मंत्री हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने उनका हवाई अड्डे पर स्वागत किया। कुरैशी ने ट्वीट करते हुए कहा कि, पाकिस्तान और रूस एक बहुआयामी संबंध साझा करते हैं और हम लावरोव की यात्रा का स्वागत करते हैं जो कि हमारे द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के अनुरूप है।’’
दोनों विदेश मंत्री पाकिस्तान-रूस के संबंधों के सभी आयामों पर चर्चा करेंगे जिसमें विशेष रूप से रक्षा एवं प्रतिरक्षा, ऊर्जा, आतंकवाद-निरोध, अफगान शांति प्रक्रिया, अर्थव्यवस्था और व्यापार का क्षेत्र शामिल है। कुरैशी ने अपने एक बयान में कहा है कि, इसमें कोई दो राय नहीं है कि रूस इस क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण देश है। पाकिस्तान की उनकी यात्रा से पता चलता है कि हमारे द्विपक्षीय संबंध एक नया मोड़ ले रहे हैं। दोनों देश उत्तर दक्षिण गैस पाइपलाइन परियोजना को आगे बढ़ाना चाहते हैं, जो काफी समय से चर्चा में है। कराची में पाकिस्तान स्टील मिल रूसी मदद से स्थापित की गई थी और उसे मौजूदा वित्तीय संकट से बाहर निकालने का एक मौका है। पाकिस्तान और रूस अफगान शांति प्रक्रिया में भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत का दौरा करने के बाद लावरोव पाकिस्तान आ रहे हैं जिसके साथ रूस के ऐतिहासिक संबंध हैं।
इसके आगे पाकिस्तान विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा, यह भारत को अफगानिस्तान में शांति के लिए एक सकारात्मक भूमिका निभाने के वास्ते प्रेरित कर सकता है। वह रूस के विदेश मंत्री के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे, जो बाद में प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से मुलाकात करेंगे। रूसी विदेश मंत्री की यह यात्रा पाकिस्तान और रूस के बीच नियमित उच्च-स्तरीय आदान-प्रदान का हिस्सा है। लावरोव सोमवार की शाम लगभग 19 घंटे की यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे थे। उन्होंने देश के शीर्ष नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय संबंधों और वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन की तैयारियों के विभिन्न पहलुओं पर व्यापक बातचीत की।