Vladimir putin health: रूस ने जब से यूक्रेन (Russia-Ukraine War) में हमला किया है उसके बाद से पश्चिमी देश पुतिन के पीछे लग गये हैं। पश्चिमी देशों को ये हजम नहीं हो रहा है कि, आखिर रूस ने कैसे हमला बोल दिया। क्योंकि, किसी भी देश पर सैन्य कार्रावई का ठेका तो अमेरिका ने ही ले रखा है। ऐसे में जमकर झुठी खबरें फैलाई जा रही हैं। जमकर पुतिन के खराब स्वास्थ्य (Vladimir putin health) के बारे में बढ़ा-चढ़ाकर बताया जा रहा है। पुतिन के स्वास्थ्य (Vladimir putin health) को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही हैं। कोई दावा कर रहा है कि, उन्हें कैंसर है और पार्किंसन जैसी गंभीर बीमारी है। तो इसी एक और सनसनीखेज दावा किया जा रहा है कि, पुतिन इन दिनों जादू-टोने में विश्वास करने लगे हैं। वे मन को पढ़ने और खून से होने वाले कई गतिविधियों को भी अंजाम दे रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि, कुत्ते और चील सहित कई जानवरों की बलि दे रहे हैं, तो यह भी दावा किया जा रहा है कि, वो हिरण के खून से नहा रहे हैं। वैसे ये सब पश्चिम का प्रोपेगेंडा हो सकता है। क्योंकि, वो शुरुआत से ही पुतिन को लेकर गलत चीजें परोस रहे हैं।
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हिरण के खून से स्नान कर रहे पुतिन
हालांकि, पुतिन को लेकर ये जो नये दावा किये गये हैं वो रूस के एक प्रमुख पत्रकार ओलेग काशिन ने किया है। ओलेग काशिन ने यह भी दावा किया है कि पुतिन ने रूस की सत्ता पर अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए कुत्ते और चील सहित कई जानवरों की बलि भी दी है। हालांकि, रूसी पत्रकार ने अपने बयानों को पक्ष में कोई पुख्ता सबूत नहीं पेश किया है। ओलेग काशिन ने बताया कि पुतिन नियमित रूप से हिरण के खून से स्नान कर रहे हैं। वे साइबेरिया के एक जादूगर से भी डरे हुए हैं। हालांकि, उसे गिरफ्तार किया जा चुका है। पत्रकार ने कहा है कि व्लादिमीर पुतिन अकेले रूसी नेता नहीं हैं, जो ऐसी चीजों पर विश्वास करते हैं। उनके आंतरिक सर्कल में बहुत सारे लोग ऐसे हैं, जिन्हें जादुई चीजों पर अटूट विश्वास है। रूसी सुरक्षाबल भी पैरानॉर्मल एक्टिविटी के बारे में बड़े पैमाने पर शोध कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद अपनी सत्ता के खिलाफ उठते आवाज और गिरते स्वास्थ्य ने उन्हें जादुई दुनिया की तरफ आकर्षित किया है। हालांकि, इन सब बातों पर भरोसा करना मुश्कील है नहीं बल्कि नामुमकीन है। क्योंकि, पुतिन को लेकर पूरी दुनिया में पश्चिम सिर्फ छूठ अफवाह फैला रहे हैं।
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बिना सबूत के पेश किये जा रहे दावे
ओलेग काशिन का मानना है कि पैरानॉर्मल एक्टिविटी में व्लादिमीर पुतिन की दिलचस्पी उनके एक साथी केजीबी एजेंट, जॉर्जी रोगोजिन ने बढ़ाई थी। जॉर्जी रोगोजिन का दावा है कि वह दूसरों का दिमाग पढ़ सकते हैं। बड़े पैमाने पर तंत्र-मंत्र पर शोध करने के बाद रोगोजिन ने दावा किया था कि उन्होंने ट्रान्स में पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री मेडेलीन अलब्राइट के दिमाग में घुसपैठ की थी। उन्होंने दावा किया था कि मेडेलीन अलब्राइट रूस से नफरत करते थे। ऐसे दावों के बाद जॉर्जी रोगोजिन को “मर्लिन इन द क्रेमलिन” और “नास्त्रेदमस इन यूनिफॉर्म” की उपाधि भी दी गई। उन्होंने यह भविष्यवाणी की थी कि पुतिन बोरिस येल्तसिन का स्थान लेंगे। द सन ऑनलाइन से बात करते हुए, काशिन ने कहा कि पुतिन और उनके सर्कल के फैसलों के बारे में जानना लगभग असंभव है। क्रेमलिन के खराब नीतियों के कारण दुनिया परमाणु युद्ध के कगार पर पहुंच गई है। उन्होंने दावा किया कि पुतिन साइबेरियाई तांत्रिक अलेक्सांद्र गबीशेव से डरे हुए हैं। गबीशेव ने 2019 में पुतिन की ‘राक्षस’ आत्मा को शुद्ध करने के लिए अनुष्ठान किया था। इस जानकारी ने पुतिन को अंदर तक झकझोर दिया था। इसके बाद इस साइबेरियाई तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया गया था। ये सारी बातें बिना किसी सबूत के हो रही हैं। जाहिर सी बात है कि, इस तरह की बातें कर लोग अपने आपको दुनिया के सामने हिट होने की कोशिश करते हैं। ऐसा भी हो सकता है कि, ओलेग काशिन पश्चिमी देशों के बहकावे में आ गये हों और इस तरह की अनाप-सनाप बातें कर रहे हैं।