S Jaishankar In UNSC: भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यूक्रेन युद्ध पर तो अपनी राय रखी ही है साथ ही चीन को भी जमकर सुनाया है। लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकवादी को ब्लैकलिस्ट करने में अड़ंगा लगाने के लिए चीन पर भारत ने जमकर निशाना साधा। पिछले हफ्ते चीन ने संयुक्त राष्ट्र में, लश्कर ए तैयबा के आतंकवादी साजिद मीर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने के अमेरिका के प्रस्ताव पर रोक लगा दी थी। इसपर एस जयशंकर (S Jaishankar In UNSC) ने कहा कि, जब दुनिया के कुछ सबसे खतरनाक आतंकवादियों पर प्रतिबंध लगाने की बात आती है तो कुछ देश दंड मुक्ति की सुविधा प्रदान करते हैं। संयुक्त राष्ट्र में जयशंकर ने (S Jaishankar In UNSC) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की SCO शिखर सम्मेलन में पुतिन संग मुलाकात के दौरान ‘यह युद्ध का युग नहीं है’ वाली बात को भी दोहराया।
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तुरंत रुकनी चाहिए जंग वरना दुनिया देखेगी भारी तबाही
अपने संबोधन में जयशंकर ने कहा कि यूक्रेन संघर्ष का लंबा खिंचना पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि इस संघर्ष की वजह से दुनिया ने महंगाई, खाद्यान्नों, उर्वरकों और ईंधन की भारी कमी देखी है। यह परिषद कूटनीति का सबसे शक्तिशाली प्रतीक है। इसे अपने उद्देश्य पर खरा उतरते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि, भारत हर तरह के युद्ध को तत्काल समाप्त करने और वार्ता और कूटनीति की राह पर लौटने की जरूरत को दृढ़ता से दोहराता है। स्पष्ट रूप से जैसा पीएम मोदी ने कहा था, ‘यह युद्ध का युग नहीं हो सकता’। इसके आगे विदेश मंत्री ने कहा कि, शांति और न्याय हासिल करने के व्यापक प्रयास के लिए ‘दंड मुक्ति’ के खिलाफ लड़ाई बेहद अहम है। सुरक्षा परिषद को इस संबंध में एक स्पष्ट संदेश देना चाहिए। राजनीतिक को कभी भी जवाबदेही से बचने के लिए कवर प्रदान नहीं करना चाहिए।
यूक्रेन संकट पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए गंभीर चिंता
इसके आगे जयशंकर ने कहा कि अगर दिन के उजाले में किए गए गंभीर हमलों को छोड़ दिया जाता है तो इस परिषद को उन संकेतों पर विचार करना होगा जो हम ‘दंड मुक्ति’ पर भेज रहे हैं। उन्होंने कहा कि विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए निरंतरता होनी आवश्यक है। यूक्रेन संकट पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए गंभीर चिंता का विषय है। इसके परिणाम परेशान करने वाले प्रतीत हो रहे हैं। एक वैश्वीकृत दुनिया में, इसके प्रभाव सुदूर इलाकों में भी महसूस किए जा रहे हैं।
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चीन ने जिस लश्कर आतंकी को बचाया वो 50 लाख डॉलर इनामी है
चीन ने जिस लश्कर ए तैयबा के आतंकवादी साजिद मीर को बचा रहा है उसपर 50 लाख डॉलर का इनाम घोषित है। चीन ने साजिद को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने के अमेरिका के प्रस्ताव पर रोग लगा दिया है। इस प्रस्ताव का भारत ने भी समर्थन किया था। मीर भारत के मोस्ट वांटेड आतंकवादियों में से एक है और 2008 मुंबई हमले का मुख्य साजिशकर्ता भी है।