सऊदी अरब के किंग सलमान और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान पर इमरान खान की चाटुकारिता का असर चार दिन में ही उतर गया। सऊदी अरब से लौटे इमरान खान और उनके मंत्री शेखी बघार रहे थे, अब उनके मुंह में शब्द नहीं हैं। इस बार सऊदी अरब ने केवल पाकिस्तान को ही नहीं बल्कि चीन को भी उसकी औकात दिखा दी है।
सऊदी अरब के किंग सलमान और किंग सलमान ने एक फरमान जारी करके कहा है कि जिन पाकिस्तानियों ने कोरोना का चीनी टीका लगावाया होगा उन्हें सऊदी अरब में घुसने की इजाजत नहीं होगी। सऊदी अरब ने कहा है कि वो उन पाकिस्तानियों को किसी भी तरह का वीजा जारी नहीं करेगा, जिन्होंने चीन में बनी वैक्सीन लगवाई है। सऊदी रेगुलेटर ने चीन की साइनोवैक और साइनोफार्म के टीके को अनुमति नहीं दी है। हालांकि चीन ने वैक्सीन डिप्लोमैसी के तहत सऊदी अरब भेजी थीं, लेकिन सऊदी अरब ने उनका इस्तेमाल नहीं किया।
इसके विपरीत जिन लोगों ने कोई वैक्सीन नहीं लगवाई है, उन्हें निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट दिखानी होगी और अपने खर्च पर 14दिन का कंपलसरी क्वारंटाइन भी पूरा करना होगा तभी वो सऊदी अरब प्रवास कर सकते हैं। मतलब यह है कि जो पाकिस्तानी हज के अरमान पाले हुए थे उनको झटका लगा है। ध्यान रहे, पाकिस्तान के पीएम इमरान ने भी चीनी वैक्सीन ही लगवाई थी। इमरान खान कोरोना पॉजिटिव भी रह चुके हैं। इसके बावजूद किंग सलमान और क्राउन प्रिंस मोहम्मद ने उनसे मुलाकात इसलिए की क्यों कि जनरल बाजवा ने सऊदी अरब पहंचकर दोनों की मान-मनौव्वल की थी।
सऊदी अरब से लौटने के बाद इमरान खान और उनके मंत्रियों के तेवर बदले हुए थे। खासतौर पर कश्मीर को लेकर। ऐसा बताया जाता है कि इमरान खान और उनके मंत्रियों की बयानबाजी से किंग सलमान और क्राउन प्रिंस नाराज है। अपनी नाराजगी व्यक्त करने के लिए ही पाकिस्तानियों के सऊदी प्रवेश पर रोक लगा दी है।
सऊदी अरब सरकार ने अभी तक चार टीके को ही अनुमति दी है। इसमें फाइजर, एस्ट्राजेनेका, मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन। इनमें से जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन सिंगल शॉट है। यानी इसका एक ही डोज लगता है। बाकी तीनों के डबल डोज लगाए जाते हैं। चीन ने भले ही अपनी दोनों वैक्सीन की डोज सऊदी अरब भेजे हों, लेकिन इनका इस्तेमाल नहीं किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी अरब की यात्रा करने की मंजूरी सिर्फ उन्हीं लोगों को मिलेगी, जिन्होंने वैक्सीनेशन पूरा कर लिया हो। इसमें भी एक शर्त यह जोड़ी गई है कि चीन में बनी वैक्सीन लगवाने वालों को यात्रा की मंजूरी नहीं मिलेगी। पाकिस्तानियों की दिक्कत यह है कि यहां चीन की तरफ से दान मिलीं वैक्सीन ही इस्तेमाल की जा रही हैं। रूस से स्पुतनिक वैक्सीन का ऑर्डर दिया गया, लेकिन अब तक इनका एक भी डोज पाकिस्तान नहीं पहुंचा।