पाकिस्तान के प्रधानमंत्री चाहते हैं की भारत उनके और चीन की परियोजना CPEC का विरोध न करे। इस चक्कर में वह इस परियोजना के नफा और नुकसान का पाठ भी भारत को पढ़ाने लगे हैं। उन्होंने दावा किया कि यह परियोजना पड़ोसी देश ईरान, अफगानिस्तान, मध्य एशिया और पूरे क्षेत्र के लिए भी फायदेमंद साबित होगी। शहबाज ने भारत को अपने मीठे बोल में फंसाने की कोशिश करते हुए कहा कि भारत को सीपीईसी के रास्ते में बाधाएं पैदा करने के बजाए इसका लाभ उठाना चाहिए। भारत शुरू से ही सीपीईसी का विरोध करता रहा है, क्योंकि यह पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से होकर जाता है, जो हिंदुस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन है। भारत ने कई बार पाकिस्तान को दो टूक लहजे में पीओके को खाली करने को भी कहा है।
Jinping को बताया महान नेता
शाहबाज़ शरीफ ने चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग के भी तारीफों के पुल भी बांधे। उन्होंने कहा- पाकिस्तान और चीन आयरन ब्रदर्स हैं। उन्होंने सीपीईसी को दोनों देशों की सदाबहार दोस्ती और साझेदारी का एक नया अध्याय भी बताया। शहबाज ने कहा कि सीपीईसी चीन के ‘महान’ नेता शी जिनपिंग और हमारे ‘कायद’ मुहम्मद नवाज शरीफ के सभी के विकास के दृष्टिकोण की अभिव्यक्ति भी है। उन्होंने चीन की तारीफों के पुल बांधते हुए कहा कि बीआरआई राष्ट्रपति शी जिनपिंग के शांति, मित्रता, आर्थिक साझेदारी और सह-अस्तित्व के दर्शन की अभिव्यक्ति भी है। उन्होंने कहा कि सीपीईसी पाकिस्तान के लोगों के लिए राष्ट्रपति शी जिनपिंग का उपहार भी है।
हमारे दुश्मन नहीं चाहते, हमें गरीबी से छुटकारा मिले
शहबाज शरीफ ने सीपीईसी (CPEC) के 10 साल से लटके होने पर अफसोस जताते हुए इमरान खान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सीपीईसी चार साल तक बाधित रहा और हमारे महान मित्र चीन पर बेबुनियाद आरोप लगाए गए। उन्होंने कहा कि सीपीईसी के दुश्मन पाकिस्तान और क्षेत्र में विकास, शांति और समृद्धि के दुश्मन हैं और वे नहीं चाहते कि हमारे लोगों को गरीबी से छुटकारा मिले। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने भारत को इसके रास्ते में बाधाएं पैदा करने के बजाय सीपीईसी के लाभों का लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया।
एक गेम-चेंजर परियोजना है
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि यह सिर्फ सड़क (CPEC), रेल, बंदरगाह और हवाई मार्गों में सुधार के उद्देश्य वाली परियोजना नहीं है, बल्कि स्वास्थ्य, शिक्षा, कौशल विकास और विकास प्रक्रिया में साझेदारी की भी एक बेहतरीन योजना है। उन्होंने कहा, “सीपीईसी न केवल क्षेत्रों बल्कि लोगों के दिलों को जोड़ने की एक खूबसूरत योजना है। यह वैश्वीकरण के वर्तमान युग में आर्थिक क्षेत्रीयकरण की एक गेम-चेंजर परियोजना है।” शहबाज ने कहा कि सीपीईसी पाकिस्तान के लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने और उन्हें गरीबी से बाहर निकालकर शांति का माहौल प्रदान करने की भी एक यात्रा है।
यह भी पढ़ें: China के CPEC-BRI पर कड़े प्रहार की तैयारी! PM Modi और बाइडेन के इस प्लान से उड़ेगी ड्रैगन की नींदें