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कुलभूषण को अगवा करने वाले पाकिस्तानी आतंकियों के खिलाफ ईरान का बड़ा ऑपरेशन

पाकिस्तान के अंदर ईरान का खुफिया ऑपरेशन। फाइल फोटो

भारत के एक्स नेवी ऑफिसर कुलभूषण जाधव को ईरान के सरबाज से अगवा कर पाकिस्तान के आईएसआई एजेंटों को सौंपने वाले आतंकी गुट जैश-उल-अदल के आतंकियों के खिलाफ ईरान के आईआरजीसी ने बड़े ऑपेरशन को अंजाम दिया है। कुछ मीडिया एजेंसियों ने इसे ईरानी गार्ड्स पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक बताया है तो कुछ ने इंटेलिजेंस ऑपरेशन बताया है। खास बात यह है कि पाकिस्तानी आर्मी और मीडिया ने इस ऑपरेशन पर चुप्पी साध रखी है। टर्की की समाचार एजेंसी अनादोलू ने लिखा है कि ईरानी गार्ड्स ने एक इंटेलिजेंस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तानी आतंकी गिरोह जैश उल अदल के कब्जे अपने उन दो गार्ड्स को मुक्त करा लिया जिन्हें 2018 में आईएसआई की शह पर अगवा किया गया था। ध्यान रहे, जैश उल अदल वही आतंकी गिरोह है जिसने कुलभूषण जाधव को मार्च 2016 में अगवा किया और फिर बलूचिस्तान में पाकिस्तानी आर्मी के हवाले कर दिया था। पाकिस्तान के इस आतंकी गुट का नाम 29 जनवरी को दिल्ली स्थित इजरायली दूतावास के नजदीक बम ब्लास्ट में भी आया है। जैश उल अदल ने एक मेल भेजकर ब्लास्ट की जिम्मेदारी ली थी।

अन्य मीडिया में आई खबरों के मुताबिक पाकिस्तान पर एक बार फिर सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike) हुई है। इस बार भारत ने नहीं ईरान ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया है (Iran Conducts Surgical Strike in Pakistan)। ईरानी सेना ने पाकिस्तान की सीम में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया। ईरान की सेना ने पाकिस्तान के घर में घुसकर आतंकियों का काम तमाम किया और अपने दो सैनिकों को मुक्त करा लिया। इसके साथ ही ईरान तीसरा देश बन गया है जिसने पाकिस्तान की सीमा के अंदर जाकर आतंकियों को मारा है (Third Surgical Strike in Pakistan)। इससे पहले अमेरिका और भारत ने ऐसा किया है। सर्जिकल स्ट्राइक को मंगलवार रात अंजाम दिया गया। सूत्रों ने बताया कि इस ऑपरेशन में कई पाकिस्तानी सैनिक भी मारे गए हैं, जो आतंकवादियों को कवर फायर दे रहे थे।

बताया गया है कि ईरान की रेवोल्यूशनरी गार्ड्स (IRGC) ने खुफिया जानकारी के आधार पर पाकिस्तान के काफी अंदर जाकर ऑपरेशन को अंजाम दिया है। इसमें उन्होंने पाकिस्तान के कब्जे से अपने दो सैनिकों को भी छुड़ा लिया है। IRGC से जुड़े सूत्रों ने बताया कि ईरान के सैनिकों ने पाकिस्तान के अवैध रूप से कब्जाए गए बलूचिस्तान में घुसकर जैश अल-अदल के कब्जे से अपने सैनिकों को मुक्त कराया है। 

रेवोल्यूशनरी गार्ड्स की ओर से जारी आधिकारिक बयान में भी इसकी पुष्टि कर दी गई है और कहा गया है कि खुफिया जानकारी के आधार पर पाकिस्तान के अंदर जाकर अपने सैनिकों को आजाद करा लिया है। बयान में कहा गया है, ''आतंकी समूह की ओर से अगवा किए गए दो बॉर्डर गार्ड्स को मुक्त कराने के लिए मंगलवार को सफलतापूर्वक इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया है।''

जैश उल-अदल या जैश अल-अदल एक सलाफी जिहादी आतंकी संगठन है जो मुख्यतौर पर दक्षिणी-पूर्वी ईरान में सक्रिय है। यह आतंकवादी संगठन ईरान में नागरिक और सैन्य ठिकानों पर कई हमले कर चुका है। बलूचिस्तान में निर्दोष लोगों के नरसंहार के लिए इस आतंकी संगठन को पाकिस्तानी सेना से पूरा समर्थन मिलता है। 

2018 में अगवा हुए थे ईरान के दो सैनिक 

IRGC के सूत्रों ने बताया कि मुक्त कराए गए ईरानी बॉर्डर गार्ड्स के जवानों को 2018 में अगवा किया गया था और पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूह ने पाकिस्तान में तब से बंधक बना रखा था। अब सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए उन्हें छुड़ा लिया गया है।