चीन और ताइवान (China and Taiwan) के बीच किसी भी बल युद्ध हो सकता है। इस दौरान ड्रैगन ताइवान स्ट्रेट में लगातार वॉर रिहर्सल कर रहा है। ऐसे में चीन के खुफिया ड्रोन ने मंगलवार को ताइवान के किनमेन आइलैंड पर घुसपैठ की। इसके जवाब में ताइवान ने भी फायरिंग की। ताइवान की सेना ने चीनी ड्रोन (Chinese Drone) पर गोली चलाई, जिसके बाद चीनी ड्रोन को वापस लौटना पड़ा। बता दें कि चीन ताइवान को तो अपना हिस्सा मानता ही है लेकिन किनमेन आइलैंड पर भी उसका कंट्रोल है। इसी द्वीप के पास चीन अपना ड्रोन उड़ा रहा था।
राष्ट्रपति ने संयमित रहने की अपील
ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन (Tsai Ing-wen) ने कहा कि वे चीन की ओर से दैनिक आधार पर भेजे जा रहे विमान और युद्धपातों को लेकर सयंमित रहे। उन्होंने कहा, ‘ताइवान, चीन को संघर्ष भड़काने का मौका नहीं देगा।’ सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा कि दुश्मन जितना भी उकसावे की मुद्रा में हो, हमें संयमित रहने की जरूरत है। हमें उन्हें संघर्ष करने के लिए बहाना नहीं देंगे।
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चीन ने कृत्रिम बारिश कराई
चीन में 61 वर्ष का भीषण सूखा पड़ रहा है। 165 शहरों में हीट वॉर्निंग अलर्ट जारी है। मध्य और दक्षिणी चीन के करीब 25 शहरों में पारा 42 डिग्री सेल्सियस से अधिक पहुंच गया है। बढ़ते तापमान और सूखे से निपटने के लिए राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दो प्रांतों में क्लाउड सीडिंग से कृत्रिम बारिश कराई। इससे सिचुआन और चुंगचिंग प्रांत के 15 शहरों में बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। इन शहरों के एक लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
नैंसी पेलोसी के दौरे के बाद से तनावपूर्ण हैं हालात
बता दें कि अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी के ताइवान (Taiwan) दौरे के बाद से ही हालात लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं। पेलोसी के दौरे के समय ही चीनी विमान ताइवान के आसमान पर उड़ान भरने लगे थे। वहीं चीन अमेरिका को भी अंजाम भुगतने की धमकी देता रहा है। नैंसी पेलोसी के दौरे के बाद अमेरिकी सांसदों का एक दल भी ताइवान के दौरे पर पहुंचा था। इसके बाद चीन का गुस्सा और ज्यादा भड़क उठा था। वहीं दोनों देशों से सीमाओं पर मोर्चेबंदी कर रखी है।