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एक हाथ में लैपटॉप, एक में AK-47, ये है तालिबानी ‘रिजर्व बैंक’ का अनपढ़ मुखिया

एक हाथ में लैपटॉप, एक में AK-47

अफगानिस्तान के हालात काफी बुरे हैं। देश में गरीबी, भूखमरी दोनों चरम पर है। तालिबान के आने के बाद लोग देश छोड़कर भाग रहे हैं। लोगों के पास पैसे नहीं हैं। इस बीच तालिबान ने सत्ता संभालते ही जाहिलों और अनपढ़ों की फौज खड़ी कर दी है। ये लोग देश को चला रहे हैं, लेकिन पढ़ाई जीरो है।  तालिबान ने काले धन को सफेद करने वाले हाजी मोहम्‍मद इदरिस को देश के सेंट्रल बैंक दा अफगानिस्‍तान बैंक (DAB) का मुखिया नियुक्‍त किया है। मोहम्‍मद इदरिस अनपढ़ है, पर अब वो देश का सबसे बड़ा बैंक चलाएगा।

इस बीच मोहम्‍मद इदरिस की एक तस्वीर वायरल हो रही है। जिसमें वो इसमें वह एक तरफ लैपटॉप के जरिए शीर्ष बैंक की 'कमान' संभाले नजर आ रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उनकी टेबल पर एके-47 जैसी राइफल रखी हुई है। पिछले दिनों ही ये ऐलान किया गया था कि इदरिस सेंट्रल बैंक का चीफ होगा। अफगानिस्‍तान के पूर्व उपराष्‍ट्रपति अमरुल्‍ला सालेह ने इदरिस को लेकर चेतावनी दी थी क‍ि तालिबान ने काले धन को सफेद करने वाले व्‍यक्ति को देश के शीर्ष बैंक का चीफ बनाया है। सालेह ने पिछले दिनों कहा था, 'काले धन को सफेद करने वाला इदरिस अलकायदा समर्थकों और तालिबान के बीच पैसे की लेन-देन की सुविधा मुहैया कराता था।' उन्‍होंने कहा कि आतंकी गुट अफगानिस्‍तान पर कब्‍जा कर रहे हैं।

तालिबान के जानकारों का कहना है कि इदरिस ने धार्मिक किताबें नहीं पढ़ा हैं वो वित्तीय मामलों के बारे में जानता है। उसे काले धन को सफेद करने का तजुरबा है। आपको बता दें कि अफगानिस्तान के लोग बैंकों से पैसे निकलने के लिए परेशान हैं। बैंक बाहर लंबी लाइनें लग रही है। अमेरिका ने अफगानिस्‍तान के अरबों डॉलर फ्रीज कर दिए हैं जिससे डॉलर की किल्‍लत हो गई है। बैंकों के पास देने के लिए पैसे ही नहीं है। अब तालिबान के उपर देश चलाना सबसे बड़ी चुनौती होगी।