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तो क्या अब पाकिस्तान से जंग करेगा Taliban? इमरान खान के फौज को खदेड़ते हुए कहा- सब लेकर रहेंगे!

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच फिर खड़ा हुआ वर्षों पुराना विवाद

पाकिस्तान को तालिबानी यारी अब महंगी पड़ने लगी है। तालिबान अब पाकिस्तान की एक नहीं सुन रहा है। इमरान खान शुरुआत से ही ऐसी चाल चल रहे थे कि तालिबानियों को अपने बस में कर लें और मन मुताबिक अफगानिस्तान का अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करे। लेकिन, तालिबान को पहले ही समझ आ चुका है कि पाकिस्तान उनके साथ सिर्फ अपने फायदे के बारे में सोच रहा था। क्योंकि, तालिबान अब पाकिस्तान से किनारा काटने लगा है और उसके द्वारा किए जा रहे कई कामों में हस्तक्षेप कर रहा है। दरअसल, पाकिस्तान सेना अफगानिस्तान सीमा पर बाड़बंदी कर रही थी जिसके बाद से दोनों देशों आमने सामने हैं।

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पाकिस्तानी सेना अफगानिस्तान सीमा पर बाड़बंदी व सैन्य चौकी निर्माण कर रही थी जिसे तालिबान ने रोक दिया है और इसी के साथ ही दोनों देशों के बीच वर्षों पुरानी डुरंड लाइन का विवाद एक बार फिर से खड़ा हो गया है। पाकिस्तान को उम्मीद थी कि यह मुद्दा तालिबान शासन के दौरान सुलझ जाएगा लेकिन, ऐसा नहीं हो सका। अफगानिस्तान के निमरोज प्रांत में पाकिस्तानी सेना द्वारा कराई जा रही बाड़बंदी व सैन्य चौकी निर्माण को तालिबान ने रोक दिया। सीमावर्ती जिले में रहने वाले प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि पाकिस्तानी सेना अफगानिस्तान सीमा में 15 किलोमीटर भीतर घुस आई थी और निर्माण करवा रही थी। एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तानी सेना अफगानिस्तान के निमरोज प्रांत स्थित चाहर बुर्जक जिले में सैन्य चौकी के निर्माण का प्रयास कर रही थी। पाकिस्तान ने इस मुद्दे पर फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की है।

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बता दें कि, इससे एक हफ्ते पहले 22 दिसंबर को ही पाकिस्तानी सेना पूर्वी नांगरहार में बाड़बंदी कर रही थी जिसे तालिबान के खुफिया महानिदेशालय के प्रांतीय प्रमख ने ऐसा करने से रोक दिया। इंटरनेशनल फोरम फॉर राइट्स एंड सिक्योरिटी (आईएफएफआरएएस) ने कहा कि यह एक ज्वलंत विवाद है जो अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव का कारण है। 2600 किलोमीटर लंबी डूरंड रेखा अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच एक विवादास्पद मुद्दा बना हुआ है। अशरफ गनी सरकार ने सीमा पर बाड़ लगाने पर आपत्ति जताई थी और अफगान पक्ष ने तब भी पाकिस्तान को बाड़ लगाने से रोकने की कोशिश की थी।