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बढ़ती नस्लीय हिंसा को लेकर एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे ट्रंप, बाइडन

बढ़ती नस्लीय हिंसा को लेकर एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे ट्रंप, बाइडन

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी के उनके प्रतिद्वंदी जो बाइडन देश में बढ़ती हिंसा और अपराध के लिए एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। 3 नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर चुनाव प्रचार के बीच दोनों नेताओं का एक-दूसरे पर निशाना साधना जोरों पर है।

चुनाव में अब 63 दिन रह गए हैं, ऐसे में ट्रंप और बाइडन ने सोमवार को अपने-अपने अंदाज में हिंसा के मुद्दे पर बोला, जो नस्लवाद और श्वेत पुलिसकर्मियों द्वारा अफ्रीकी-अमेरिकियों की हत्या के खिलाफ देशव्यापी ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन का परिणाम है।

बाइडन नेशनल पोल के साथ-साथ उन राज्यों में ट्रंप से आगे चल रहे हैं, जहां किसी भी पार्टी के पास कोई निर्णायक बढ़त नहीं है। लेकिन बाइडन की बढ़त पर पकड़ धीरे-धीरे छूट रही है, और व्यवस्था के मुद्दे से निपटने के लिए डेमोक्रेट के लिए थोड़ा महत्वपूर्ण हो गया है, जहां ट्रंप और रिपब्लिकन मजबूत स्थिति में दिखाई देते हैं।

राजनीतिक साइट 'रियलक्लीयरपॉलिटिक्स' के नेशनल पोल के डेटा एकत्रीकरण में, बाइडन को लोगों का समर्थन 24 अगस्त के 7.8 प्रतिशत के मुकाबले घटकर सोमवार को 6.2 प्रतिशत रह गया, जो 1.8 प्रतिशत की गिरावट है। जीत में अहम भूमिका निभाने वाले छह राज्यों में बाइडन के वोट बैंक पर खासा असर पड़ा है और 22 अगस्त के 3.9 प्रतिशत के मुकाबले 26 अगस्त को घटकर 2.7 प्रतिशत रह गया, जो 1.2 प्रतिशत का नुकसान दर्शाता है।

मार्च में कोरोनोवायरस के प्रकोप के बाद से बाइडन का एक बड़ी रैली में भाग लेना बाकी है। पीट्सबर्ग में एक कन्वर्टेड स्टील प्लांट में जनता की गैर-मौजूदगी में सिर्फ प्रसारण और समाचार रिपोटरें के लिए एक बैठक में बाइडन ने ट्रंप पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, "ट्रंप हिंसा को रोक नहीं सके क्योंकि वह इसे सालों से भड़काते रहे हैं।"

ट्रंप और रिपब्लिकन द्वारा लगाए गए आरोप कि बाइडन देश के कुछ हिस्सों में भड़की हिंसा को लेकर नरम हैं, बाइडन ने अपना बचाव करते हुए कहा, "मैं इन सब के बारे में स्पष्ट रहूंगा। दंगा करना विरोध नहीं है। लूटपाट करना विरोध प्रदर्शन नहीं है। आगजनी करना विरोध प्रदर्शन नहीं है।"

उन्होंने कहा कि इन कृत्यों में शामिल लोगों पर कार्रवाई की जानी चाहिए।

वहीं, बाइडन के भाषण के बाद एक न्यूज कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने आरोप लगाया, "कई महीनों से जो बाइडन झूठ बोलकर प्रदर्शनकारियों का मनोबल बढ़ाते रहे हैं और ये कहते रहे हैं कि ये विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण थे।"

उन्होंने कहा कि पीट्सबर्ग में बाइडन द्वारा दिए भाषण में उन्हें नहीं लगता कि उन्होंने (बाइडन) ने एंटी-फासिस्ट शब्द का इस्तेमाल किया होगा। ट्रंप ने कहा कि जिन बड़े शहरों में दंगे हुए हैं और कानून-व्यवस्था लचर साबित हुई हैं, अधिकांश में डेमोक्रेट का शासन है।.