Hindi News

indianarrative

अमेरिका में गृहयुद्ध के हालात, ट्रंप समर्थकों ने किया बवाल, एक की मौत

अमेरिका में गृहयुद्ध के हालात, ट्रंप समर्थकों ने किया बवाल, एक की मौत

अमेरिका में हालात बेहद चिंता जनक हैं। राष्ट्रपति ट्रंप सत्ता हस्तांतरण के लिए राजी नहीं होते दिख रहे हैं। 1861 के बाद पहली बार अमेरिका में सिविल वॉर जैसी स्थिति पैदा हो गई है। निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस में ट्रंप समर्थकों के घुसने को राजद्रोह की संज्ञा दी है। बाइडेन ने ट्रंप से आग्रह किया है कि वो संविधान की शपथ का अनुपालन करें। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख प्रकट करते हुए कहा है कि ऐसा नहीं होना चाहिए। गैर कानूनी विरोध से संवैधानिक प्रक्रिया को नहीं रोका जाना चाहिए। ऐसा बताया जा रहा है कि ट्रंप ने अपने समर्थकों को उकसाया उसके बाद ही व्हाइट हाउस में लोगों ने कब्जा कर लिया। राष्ट्रपति ट्रंप के ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम एकाउंट सस्पेंड कर दिए गए हैं। ध्यान रहे, अमेरिकी संसद में आज ही जो बाइडेन की जीत पर अधिकारिक मुहर लगनी है।

<img class="wp-image-23199 size-full" src="https://hindi.indianarrative.com/wp-content/uploads/2021/01/USA-Hangama-1.jpg" alt="USA में Civil War " width="1280" height="720" /> USA में Civil War Photo Courtesy: Google

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के समर्थक बुधवार को जबरन संसद कैपिटल हिल में घुस गए और जमकर हिंसा की। ट्रंप के समर्थक जब अमेरिकी लोकतंत्र के प्रतीक कहे जाने वाले कैपिटल हिल बिल्डिंग में घुसे उस समय सांसद जो बाइडेन को आधिकारिक रूप से चुनाव में जीत की घोषणा करने की तैयारी कर रहे थे। ट्रंप समर्थक अचानक से संसद में घुस गए। सुरक्षाकर्मी आनन-फानन में सांसदों को सेना के कैंप में ले गए। इस हिंसा में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई है और आईडी के जैसा एक विस्‍फोटक भी बरामद हुआ है।

<img class="wp-image-23201 size-full" src="https://hindi.indianarrative.com/wp-content/uploads/2021/01/USA-Hangama-2.jpg" alt="USA में Civil War " width="1280" height="720" /> USA में Civil War Photo Courtesy: Google

ट्रंप समर्थकों की हिंसा के बाद अब संसद भवन के अंदर बड़े पैमाने पर सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं और कार्यवाही अब फिर से शुरू की गई। सीनेट के दरवाजे को सुरक्षित तरीक से बंद कर दिया गया। बताया जा रहा है कि सांसदों को सुरक्षित रखने के लिए उन्‍हें अमेरिकी सेना के एक शिविर में ले जाया गया। बताया जा रहा है कि अमेरिका में दो बजे दोपहर (स्थानीय समय के अनुसार) सीनेट के अंदर एरिजोना के इलेक्‍टोरल वोट को लेकर ट्रंप समर्थकों की आपत्ति पर बहस हो रही थी। इसी बीच यह सुनाई दिया कि प्रदर्शनकारी घुस आए  और वे सीनेट के चेंबर तक पहुंच गए। इसके बाद बहस को रोक दिया गया।

<img class="wp-image-23202 size-full" src="https://hindi.indianarrative.com/wp-content/uploads/2021/01/USA-Hangama-3.jpg" alt="USA में Civil War " width="1280" height="720" /> USA में Civil War Photo Courtesy: Google

प्रदर्शनकारी सीनेट के तीसरे फ्लोर तक पहुंच गए और इस दौरान वे जमकर नारेबाजी कर रहे थे। प्रदर्शनकारियों को भगाने के लिए सुर‍क्षाकर्मियों को बंदूक ताननी पड़ी।ट्रंप के विरोधियों ने इसे गृहयुद्ध छेड़ने का प्रयास करार दिया है। इस बीच दुनियाभर के नेता इस हिंसा की आलोचना कर रहे हैं।

<img class="wp-image-23203 size-full" src="https://hindi.indianarrative.com/wp-content/uploads/2021/01/USA-Hangama-4.jpg" alt="USA में Civil War " width="1280" height="720" /> USA में Civil War Photo Courtesy: Google

इस बीच ट्विटर ने एक अप्रत्‍याशित कदम उठाते हुए राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप का अकाउंट बुधवार को 12 घंटे के लिए बैन कर दिया। ट्रंप अपने समर्थकों के संसद के अंदर घुसने पर लगातार चुनाव को लेकर झूठे बयान दे रहे थे। इससे पहले ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब ने डोनाल्‍ड ट्रंप के भाषण के सभी छोटे-छोटे वीडियो हटा दिए। इन वीडियो वे अपने समर्थकों से घर जाने के लिए तो कह रहे थे लेकिन यह भी आरोप लगा रहे थे कि राष्‍ट्रपति चुनाव में धांधली हुई है। ट्रंप ने यह वीडियो कैपिटल हिल बिल्डिंग में प्रदर्शनकारियों के घुसने के दो घंटे बाद पोस्‍ट किए थे। ट्विटर ने कहा है कि वॉशिंगटन में चल रही हिंसक स्थिति के परिणाम स्वरूप डोनाल्ड ट्रंप के तीन ट्वीट्स को हटाने की जरूरत है, क्योंकि ये ट्वीट्स हमारी सिविक इंटीग्रिटी पॉलिसी का उल्लंघन करते हैं। ट्विटर ने कहा है कि इसका मतलब है कि इन ट्वीट्स को हटाने के बाद डोनाल्ड ट्रम्प का अकाउंट 12 घंटे के लिए लॉक रहेगा। अगर ट्वीट नहीं हटाए गए, तो उनका ट्विटर एकाउंट लॉक ही रहेगा।

​राष्ट्रपति पद के लिए चुने गए जो बाइडन ने कहा है कि मैं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आह्वान करता हूं कि वह अपनी शपथ पूरी करें और संविधान की रक्षा करें और इस घेराबंदी को समाप्त करने की मांग करें। बाइडन ने कहा कि मैं साफ कर दूं कि कैपिटल बिल्डिंग पर जो हंगामा हमने देखा हम वैसे नहीं हैं। ये कानून न मानने वालों की छोटी संख्या है। बाइडन ने कैपिटल बिल्डिंग पर हुए हंगामे को राजद्रोह करार दिया।

<img class="wp-image-23204 size-full" src="https://hindi.indianarrative.com/wp-content/uploads/2021/01/USA-Hangama-5.jpg" alt="USA में Civil War " width="1280" height="720" /> USA में Civil War Photo Courtesy: Google

उधर, अमेरिका एक अन्‍य प्रमुख डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता बर्नी सैंडर्स ने कहा कि एक ऐसा राष्ट्रपति जो 70 लाख वोटों से हार गया और झूठ की आड़ में अब गृह युद्ध की तैयारी कर रहा है। मैंने अपनी जिंदगी में ऐसा कभी नहीं देखा। ये तस्वीरें अमेरिकी इतिहास पर धब्बा है। इस बीच रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर मैक्कॉनल ने हिंसा की निंदा की।

<img class="wp-image-23205 size-full" src="https://hindi.indianarrative.com/wp-content/uploads/2021/01/USA-Hangama-6.jpg" alt="USA में Civil War " width="1280" height="720" /> USA में Civil War Photo Courtesy: Google

उन्‍होंने कहा, 'हम धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। चाहे वो सिविल वार ही क्यों न हो, हमारे लोकतंत्र का पहिया कभी रुका नहीं। आज लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की कोशिश की गई है। विद्रोह की आग जलाने की कोशिश की गई है। अमेरिका लोगों के फ्री चॉइस से चला है, चल रहा है और चलता रहेगा।

<img class="wp-image-23206 size-full" src="https://hindi.indianarrative.com/wp-content/uploads/2021/01/USA-Hangama-7.jpg" alt="USA में Civil War " width="1280" height="720" /> USA में Civil War Photo Courtesy: Google

हम राष्ट्रपति बदलने की प्रक्रिया कानूनी रुप से ही पूरा करेंगे। आपराधिक रवैया हमारे संकल्प को डिगा नहीं सकता।'अमेरिकी इतिहास की इस काली घटना पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, कनाडा के पीएम समेत दुनियाभर के नेताओं ने इस हिंसा की निंदा की है। पूरी दुनिया में अमेरिका में गृहयुद्ध शुरू होने की आशंका से सहम गई।

<img class="wp-image-23207 size-full" src="https://hindi.indianarrative.com/wp-content/uploads/2021/01/USA-Hangama-8.jpg" alt="USA में Civil War" width="1280" height="720" /> USA में Civil War Photo Courtesy: Google.