TTP Attacks Pakistan: जब पाकिस्तान ने आतंकवाद (Pakistan Terrorism) को जन्म देने शुरू किया तो उसका मकसद सिर्फ एक ही था। भारत के खिलाफ इनका इस्तेमाल करना और जमकर आतंक फैलाना। खासकर कश्मीर में आतंक को पनपे रहने देना। पाकिस्तान ने कभी सोचा नहीं होगा कि एक दिन उसके ये आतंकवादी उसे के ऊपर बम फोड़ेंगे। उसी पर कब्जा करने के लिए हमले तेज करेंगे। आज हालात कुछ ऐसे ही हैं। पाकिस्तान में आये दिन आतंकी हमले हो रहे हैं और दोश को टो टूकड़ों में बांटने की कवायद तेज हो गई है। खबरों की माने तो अब पाकिस्तान पर टीटीपी (TTP Attacks Pakistan) कब्जा करने के लिए हमले तेज कर दिया है। क्योंकि, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान यानी पाकिस्तानी तालिबान (TTP Attacks Pakistan) ने कुछ नई ‘नियुक्तियों’ की घोषणा की है। इन नियुक्तियों को ‘मंत्रालयों’ में बांटा गया है, जैसे- रक्षा, न्याय, सूचना, राजनीतिक मामले, आर्थिक मामले, शिक्षा, फतवा जारी करने वाली अथॉरिटी, निर्माण और खुफिया विभाग।
टीटीपी ने घोषिक किया सरकार, खुद का मंत्रालय तैयार किया
कुख्यात आतंकवादी संगठन की ये नियुक्तियां सुनने में बिल्कुल किसी ‘नई सरकार’ के गठन जैसा है। विशेषज्ञ इसे तालिबान के अफगानिस्तान कब्जे से जोड़कर देख रहे हैं। टीटीपी ने रक्षा मंत्रालय का नेतृत्व मुफ्ती मुजाहिम के हाथ में सौंपा है। ये वही है जो अमेरिकी विदेश मंत्रालय की आतंकवादियों की लिस्ट में शामिल है। यह मंत्रालय दो जोन में बंटा हुआ है, नॉर्थ और साउथ। इसमें पेशावर, मलकंद, मर्दन, डेरा इस्माइल खान, बन्नू, कोहाट और झोब जैसे इलाके शामिल हैं। एक ‘स्पेशल इस्तिशादी फोर्स’ भी इस मंत्रालय का हिस्सा है जिसमें सुसाइड बॉम्बर्स का एक पूरा बेड़ा शामिल है।
इस्लामाबाद पर कब्जे की फिराक में टीटीपी
TTP के खुफिया निदेशालय का प्रमुख नूर वली महमूद है। दारुल कजा में 20 औऱ दारुल इफ्ता में 14 सदस्य हैं। ‘द खोरासन डायरी’ के को-फाउंडर निजामुद्दीन खान टीटीपी की इन नियुक्तियों को अफगान तालिबान से जोड़कर देख रहे हैं। एक ट्वीट में उन्होंने लिखा कि, जैसे अल कायदा ने अल शबाब के सोमालिया पर कब्जे करने की क्षमता की घोषणा की थी, जिस तरह अफगान तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा किया था, ठीक उसी तरह टीटीपी ने भी पाकिस्तान में खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान के लिए घोषणाएं की हैं। पाकिस्तान की शहबाज सरकार और आर्मी के लिए इस वक्त सबसे बड़ा सिरदर्द और खतरा TTP बना हुआ है। टीटीपी लगातार पाकिस्तान में हमले कर रहा है और उसके निशाने पर पाकिस्तान की फौज है।
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