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तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोवान की बदजुबानी, मैक्रॉन को बताई दिमागी इलाज की जरूरत

तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोवान ने शनिवार को अपने फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैक्रॉन पर एक ताजा हमला करते हुए कहा कि उन्हें मुसलमानों और इस्लाम के प्रति अपने व्यवहार पर दिमागी इलाज की जरूरत है। इस महीने की शुरुआत में मैक्रॉन ने "इस्लामिक अलगाववाद" से लड़ने की प्रतिज्ञा की थी। इस पर एर्दोवान ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति की तीखी आलोचना की थी।

एक इस्लामवादी कट्टरपंथी द्वारा एक इतिहास शिक्षक की हत्या के बाद से फ्रांस दहल गया है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर शिक्षक ने अपनी क्लास में पैगंबर मोहम्मद के कार्टून का उपयोग किया था। जिसका हमलावर बदला लेना चाहता था।

एर्दोवान ने मध्य तुर्की के काइसेरी शहर में अपनी एके पार्टी के प्रांतीय सम्मेलन में एक भाषण में कहा, “मुस्लिम और इस्लाम के साथ मैक्रॉन कहे जाने वाले इस व्यक्ति की समस्या क्या है? मैक्रोन को दिमागी इलाज की जरूरत है।”

एर्दोवान ने आगे कहा, “एक राष्ट्र के प्रमुख को और क्या कहा जा सकता है जो आस्था की स्वतंत्रता को नहीं समझता है और जो अपने देश में रहने वाले अलग आस्था के लाखों सदस्यों के साथ इस तरह से व्यवहार करता है?"

एर्दोवान एक कट्टर मुसलमान हैं और उनकी इस्लामवादी एके पार्टी पहली बार 2002 में सत्ता में आई थी। इसके बाद उन्होंने इस्लाम को तुर्की में राजनीति की मुख्यधारा में शामिल करने की मांग की, जो एक मुस्लिम बहुल लेकिन धर्मनिरपेक्ष देश था। "इस्लामिक अलगाववाद" पर मैक्रॉन की शुरुआती टिप्पणियों के बाद तुर्की के राष्ट्रपति ने 6 अक्टूबर को कहा था कि यह टिप्पणी "एक स्पष्ट उकसावा" है और फ्रांसीसी नेता की "अशिष्टता" को दिखाता है।

तुर्की और फ्रांस नाटो के सदस्य हैं, लेकिन सीरिया और लीबिया में नीतियों, पूर्वी भूमध्य सागर में समुद्री क्षेत्राधिकार और नागोर्नो-कराबाख में संघर्ष सहित कई मुद्दों पर दोनों के बीच गहरे मतभेद हैं। एर्दोवान और मैक्रॉन ने पिछले महीने एक फोन कॉल में अपनी असहमति के मुद्दों पर चर्चा की और संबंधों में सुधार के लिए संचार चैनलों को खुला रखने पर सहमति व्यक्त की।.