यूनाईटेड अरब अमीरात (UAE) ने पाकिस्तान को बड़ा झटका दिया है। यूएई ने पाकिस्तान और टर्की के नागरिकों को वीजा देने पर रोक लगा दी है। हालांकि, पाकिस्तानी और टर्की के नागरिकों को वीजा पर रोक के पीछे कोविड-19 वजह बताया गया है लेकिन जानकारों का कहना है कि पाकिस्तान और टर्की के रुख के कारण मुस्लिम देशों खास कर अरब देशों को भारी शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है। यूएई और सऊदी अरब लगातार कोशिश कर रहे हैं कि पाकिस्तान और टर्की आतंकियों का मनोबल बढ़ाने वाले बयान न दें लेकिन कथित मुस्लिम वर्ल्ड में सस्ती लोकप्रियता हासिल करने और मुस्लिम वर्ल्ड का नया नेता बनने की कोशिशों के तहत पाकिस्तान और टर्की न केवल आतंकियों का समर्थन कर रहे हैं बल्कि आतंकियों ट्रेनिंग, हथियार पैसा और पनाह सब कुछ मुहैया करवा रहे हैं।
इसे भी पढ़ेंः <a href="https://hindi.indianarrative.com/world/saoodee-arab-ke-jhidakane-ke-baad-paakistaan-ko-ab-cheen-ka-sahaara-9763.html">UAE से पहले सऊदी अरब दे चुका है पाकिस्तान को बड़ा झटका</a>
पाकिस्तान के रिश्ते इस समय यूएई के साथ ही सऊदी अरब से भी बेहद खराब दौर से गुजर रहे हैं। सऊदी अरब ने हाल ही में एक बार फिर पाकिस्तान से अपना उधार दिया पैसा वापस मांग लिया है। इससे पहले सऊदी अरब ने एक बिलियन उधार वापस ले लिया था। इसके साथ ही तेल और गैस को उधार देने पर रोक लगा दी थी। पाकिस्तानियों को वीजा पर रोक लगाने के यूएई के कदम से पाकिस्तान में खलबली मच गई है। ऐसा भी कहा जा रहा है कुछ अन्य अरब देश भी पाकिस्तानियों को वीजा देने पर रोक लगा सकते हैं। दरअसल, अरब देश चाहते हैं कि पाकिस्तान टर्की के भ्रम जाल में न फंसे। टर्की के राष्ट्रपति तैय्यप एर्दोगान मुस्लिम देशों में सऊदी अरब और यूनाईटेड अरब अमीरात के बर्चस्व को तोड़ने की मुहिम चला रहे हैं। पाकिस्तान एटमी ताकत है और सबसे ज्यादा आबादी बाला मुस्लिम देश है। लेकिन पाकिस्तान के पास पैसे नहीं है। एर्दोगान ने पाकिस्तान को सऊदी अरब की तरह पाकिस्तान को आर्थिक मदद का लालच दिया है। पाकिस्तान भी टर्की का पिच्छलग्गू बना हुआ है। सऊदी अरब और यूनाईटेड के खिलाफ बयान भी जारी किए हैं। इन सब का असर पाकिस्तान और अधिकांश अरब देशों के रिश्तों पर भी पड़ा है।
इस के अतिरिक्त पाकिस्तानी मीडिया ने वीजा पर रोक के पीछे की असली वजहों को छिपाते हुए कहा गया कि कोरोना वायरस में एकदम उछाल आने के कारण यूएई ने वीजा पर रोक लगाई है। क्योंकि पाकिस्तान और तुर्की ही अकेले देश नहीं हैं जिनके वीजा पर रोक लगाई है। इनके अलावा ईरान, यमन, सीरिया, ईराक, सोमालिया, लीबिया, केन्या और अफगानिस्तान के वीजा पर भी रोक लगाई गई है।.