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UN की अपने स्टाफ को चेतावनीः किसी एयरलाइंस में सफर कर लेना लेकिन PIA में मत बैठना!

United Nations Ban PIA

‘पाकिस्तान की लगातार इंटरनेशनल इज्जति हो रही है लेकिन पाकिस्तान के हुक्मरानों पर कोई असर नहीं हो रहा है। पहले मलेशिया ने पीआईए के जहाज रोका। अब संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान में काम कर रहे अपने स्टाफ से कहा है कि किसी भी एयरलाइंस से सफर कर लेना मगर पीआईए की फ्लाइट में मत बैठना…!’

संयुक्त राष्ट्रसंघ (यूएन) ने अपने सभी कर्मचारियों को आगाह किया है कि वो किसी भी पाकिस्तानी एयरलाईंस के विमान से यात्रा न करे। यूएन ने पाकिस्तान में काम कर रहे सभी अपने स्टाफ को भेजे गए पत्र में लिखा है कि “पाकिस्तानी सिविल एविएशेन द्वारा फर्जी पायलेट लाईसेंस का जांच जारी है और इसके मद्देनजर सावधानी के तौर पर पाकिस्तानी एयरलाइंस से यात्रा करना सुरक्षित नहीं होगा।“ पाकिस्तान और अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के विकास कार्यक्रम, विश्व स्वास्थ्य संगठन, शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायोग, खाद्य और कृषि संगठन, संयुक्त राष्ट्र शिक्षा, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन और अन्य सहित सभी संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों  से जुड़े सैकड़ों कर्मचारी काम कर रहे हैं। यूएन की इस लिस्ट में पाकिस्तान की सरकारी एयरलाईंस पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय एयरलाईंस (PIA) के अलावा सभी प्राईवेट एयर ईगल, एयर इंडस, एयर ब्लू, एयरक्राफ्ट सेल्स एंड सर्विसेज, अस्करी एविएशन, हॉक एडवेंचर एयर, हाइब्रिड एविएशन, आईएएमसी एयरलाइन, मीज़ाइल एविएशन, रेयान एयर, सेरेन एयर ,स्टार एयर एविएशन और विज़न एयर इंटरनेशनल शामिल हैं। यूएन ने अपने कर्मचारियों से कहा है कि वो घरेलू उड़ानों के लिए अफगानिस्तान के एयरलाईंस का इस्तेमाल कर सकते हैं।

PIA के फर्जी पायलट

दरअसल पिछले साल मई में एक विमान हादसे में करीब 100लोग मारे गए थे और जांच में यह पता चला कि इस विमान के पायलेट के पास जाली लाईसेंस था। इसके बाद जांच का दायरा और बढ़ा और यह खुलासा हुआ कि पाकिस्तान के एक तिहाई पायलेट के पास फर्जी लाईसेंस हैं। इससे हड़कंप मच गया था और पाकिस्तान को 266 पायलट को ब्लैक लिस्ट करना पड़ा था। यूएन की संस्था अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (International Civil Aviation Organization (ICAO)) ने पाकिस्तानी सरकार से कड़ी जांच करने को कहा था और सभी पाकिस्तानी एयरलाईंस की घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगा दी थी। इससे सबसे ज्यादा धक्का लगा पाकिस्तान की सरकारी पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाईंस (PIA) को जो 30से भी ज्यादा देशों से पाकिस्तान के जोड़ती है। शुरुआती जांच में पता चला कि पीआईए के 141पायलेट के पास फर्जी लाईसेंस हैं। आनन फानन में अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपियन यूनियन सहित दुनिया के 190 देशों ने पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाईंस पर 6 महीने का बैन लगा दिया। 

मुस्लिम देशों ने PIA पर लगाई रोक

पाकिस्तान के एविएशन मिनिस्टर ने कहा, "हम एयरलाइंस को फिर से व्यवस्थित करेंगे और साफ सफाई की यह प्रक्रिया इस साल के आखिर तक पूरी हो जाएगी। पाकिस्तान की इमरान खान की सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय उड्डयन संघ (ICAO) से वादा किया था कि तीन महीने में जांच की रिपोर्ट देगा लेकिन 6महीने के बाद भी पाकिस्तान विस्तृत रिपोर्ट सौंपने में सफल नहीं रहा।  इसका फायदा हुआ विदेशी एयरलाईंस को जिन्होंने अपनी पाकिस्तान की उड़ानों में दोगुनी, चौगुनी इजाफा किया। पाकिस्तान को आतंक का गढ़ माना जाता है आतंकवादियों के लिए “सेफ हेवन” कहा जाता है अब इसे जाली पायलट वाला देश भी कहने लगे हैं। पाकिस्तान की छवि उसके मित्र देशों में भी खराब हुई है। टर्की ने अपने एयरलाईंस में काम कर रहे 16 फर्जी पाकिस्तानी पायलेट को निकाल दिया है। वियतनाम, कतर,यूएई, कुवैत ने भी यही कदम उठाया। पाकस्तानी पत्रकार शहजाद चौधरी के मुताबिक, पाकिस्तान को हर तरफ से शर्मिदंगी उटानी पड़ रही है, “पीआईए न सिर्फ वित्तीय रूप से बल्कि नैतिक रूप से भी दिवालिया हो गया है। 

कराची में प्लेन क्रैश के बाद PIA के सीईओ का प्रमोशन

पाकिस्तानी जानकारों के मुताबिक, पीआईए में फर्जी पायलेट का मामला 2018 से चला आ रहा है। पिछले दो सालों में तीन बड़े विमान हादसों में 400 जाने गईं हैं। इसके अलावा कई छोटी मोटी दुर्घटानाएं भी होती रहीं और हर बार जांच में पायलट की गलती पायी गई। “पिछले साल मई की दुर्घटना में 95 लोग मारे गए और जांच में पता चला कि पायलट ने एटीसी के सभी निर्देशों का पालन नहीं किया। हाय तौबा मच रही है लेकिन इसके लिए कौन जिम्मेदार है..कोई सीईओ से कोई नहीं पूछता।“। पाकिस्तान एयरलाईंस के सीईओ (CEO) हैं रिटायर एयर मार्शल अरशद मलिक जिन्हें 2018 में, प्रधानमंत्री इमरान खान ने नियुक्त किया था। कुछ दिनों पहले उनका कार्यकाल और दो साल के लिए बढ़ा दिया गया। पाकिस्तानी पत्रकारों के मुताबिक “इतना कुछ होने के बाद भी अरशद मलिक से पूछताछ नहीं की गयी, उल्टा उन्हें पीआईए का प्रेजिडेंट और सीईओ का एक्सटेंशन मिल गया। किसी और मुल्क में तो वो कठघरे में होते लेकिन यहां किसी की हिम्मत नहीं। अरशद मलिक तो आर्मी चीफ बाजवा के खास दोस्त हैं।“

जनरल बाजवा की 'सिस्टर इन लॉ' PIA की एचआर हेड

पाकिस्तानी सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान में हर बिजनेस की तरह पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय एयरलाईंस (PIA) की कमान भी पाकिस्तानी आर्मी के हाथों में है। “आर्मी चीफ जनरल बाजवा के दो भाई पीआईए में सीनियर पोस्ट पर हैं और फिलहाल लंदन में उनकी पोस्टिंग है, बाजवा की साली पीआईए की एचआर हेड हैं, एक साला इसी एयरलाईंस में अमेरिका में है।“ एक तो करोना की मार उस पर दुनिया भर में शर्मिंदगी, पाकिस्तान एयरलाईंस का पूरा कारोबार डूबता नजर आ रहा है। पिछले साल नंवबर में अंतर्राष्ट्रीय उड्डयन संघ ने पाकिस्तानी सरकार को तीसरी बार चेताया था कि पाकिस्तान एयरलाईंस, अंतर्राष्ट्रीय मानकों के तहत सुरक्षा और दूसरे मापदंडो पर असफल रहा है और ऐसे में उसे उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।