अफगानिस्तान में तालिबान के अत्याचार और उसको पाकिस्तान की मदद के बावजूद आंखें बंद करके बैठे विश्व समुदाय को जगाने के लिए भारत ने बड़ा कदम उठाया है। भारत ने अफगानिस्तान की दयनीय दशा पर चर्चा और कोई ठोस उपाय निकालने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई है। इससे पहले अफगानिस्तान के विदेश मंत्री हनीफ अमतार ने भारत से ऐसी चर्चा के लिए आग्रह किया था। ध्यान रहे इस बैठक में कुछ 'खास' होने की आशा है कि क्यों कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक की अध्यक्षता खुद पीएम मोदी करेंगे।
अफगानिस्तान के आग्रह पर विशेष बैठक
यूएन में भारत के प्रतिनिधि और अगस्त माह के लिए सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष राजदूत टी एस तिरुमूर्ति ने ट्वीट किया है कि, 'संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद भारत की अध्यक्षता में शुक्रवार(छह अगस्त) को अफगानिस्तान में स्थिति पर चर्चा करने और उसका जायजा लेने के लिए बैठक करेगा। अतमार ने कहा था कि संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को तालिबान की हिंसा एवं अत्याचार के कारण अफगानिस्तान में सामने आ रही त्रासदी रोकने में बड़ी भूमिका निभानी चाहिए।' त्रिमूर्ति के इस ट्वीट के बाद अतमार ने भी ट्वीट किया और लिखा कि 'संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के मौजूदा अध्यक्ष की अग्रणी भूमिका की सराहना करता हूं।'
अफगानिस्तान में सुरक्षा परिषद करेगी एक्शन
इस महीने के लिए सोमवार को अपनाए गए परिषद की कार्य सूची के अनुसार अफगानिस्तान पर बैठक इस दौरान निर्धारित नहीं थी। संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में संवाददाताओं को विवरण उपलब्ध कराते हुए तिरुमूर्ति ने अफगानिस्तान में स्थिति पर और युद्धग्रस्त देश में तनाव और बढ़ने से रोकने के लिए सुरक्षा परिषद क्या कर सकता है इसपर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि अफगानिस्तान पर संभवत: सुरक्षा परिषद इस पहलू पर जल्द से जल्द गौर करेगी।
नरेंद्र मोदी पहले इंडियन पीएम करेंगे UNSC की अध्यक्षता
'नरेंद्र मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक की अध्यक्षता करने का फैसला किया है। मोदी वीडियो कॉन्फेंस से अध्यक्षता करेंगे, जबकि विदेश मंत्री एस जयशंकर और विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला न्यूयॉर्क जाएंगे।'