Unemployment in china: चीन दुनिया के सामने अपने आप को महाशक्तिशाली दिखाने की कोशिश कर रहा है लेकिन, इस वक्त वो अंदर से खोखला होता जा रहा है। चीन की असली कमर टूटी कोरोना काल में। इसके बाद बची खुची भारत ने तोड़ दी। दरअसल, गलवान वैली में झड़प के बाद से देशभर में चीनी सामनों का बहिष्कार होने लगा था। जिसके बाद सरकार ने कई सारे ऐपों पर प्रतिबंध तो लगाया ही साथ ही होली और दिवाली में चीन को गहरा चोट दिया। भारत में होली और दिवाली के त्योहार के मौके पर चीन अरबों रुपये की कमाई करता है। लेकिन, भारत के लोग अब चीनी माल को छोड़ देश में निर्मित चीजों को बढ़ावा दे रहे है। अंदर से खोखला हुआ पड़ा चीन इस वक्त कई देशों के साथ उलझा हुआ है। ताइवान के संग तनाव चरम पर है। तो साथ ही वो देश भी चीन से तंग आ चुके हैं जो उससे अपनी सीमा साझा करते हैं। लेकिन, किसी को ये कहां पता था कि जो चीन अपने डिफेंस पर अरबों-खबरों रुपये खर्च कर रहा है उसकी देश के अंदर कमर टूटी हुई है। चीन में कितना बुरा हाल है इसका अंदाजा इसी से लगा ले कि, अगस्त में 16 से 24 साल के उम्र के युवाओं की बेरोजगारी (Unemployment in china) दर 18.7 फ़ीसदी रही है। जुलाई में इन युवाओं की बेरोजगारी (Unemployment in china) दर 20 फ़ीसदी के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थी। ऐसा कहा जा सकता है कि, चीन में आर्थिक मंदी का दौर चल रहा है।
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चीन में बढ़ी बेरोजगारी
ग्लोबल टाइम्स ने नेशनल ब्यूरो आफ स्टैटिस्टिक्स के डाटा के हिसाब से बताया है कि नेशनल अर्बन सर्विस एंप्लॉयमेंट रेट 5.3 फ़ीसदी रहा है। यह जुलाई महीने की तुलना में 0.1% पॉइंट्स कम है। ग्लोबल टाइम्स ने लिखा अगस्त में 16 से 24 साल के युवाओं में बेरोजगारी की दर 18.7 फ़ीसदी रही है। यह जुलाई की तुलना में 1.2% पॉइंट कम है। इससे पहले एनबीएस ने कहा था कि चीन में बेरोजगार युवाओं की संख्या 20 फ़ीसदी के रिकॉर्ड लेबल पर पहुंच गई है। चीन के स्थानीय मीडिया पोर्टल ग्लोबल टाइम्स ने शिक्षा मंत्रालय के हवाले से लिखा कि साल 2022 में कॉलेज ग्रैजुएट की संख्या 10.76 मिलियन पर पहुंच सकती है।
कंगाली के कगार पर चीन
बता दें कि, ऐसा पहली बार हो रहा है जब चीन में ग्रेजुएट युवाओं की संख्या 10 मिलियन को पार कर सकती है। यह साल 2021 की तुलना में 1.67 मिलियन अधिक है। इसके साथ ही अर्बन अनइंप्लॉयमेंट अप्रैल में 6.1 फ़ीसदी पर रहा है। मई में यह 5.93 फीसदी और जून में 5.5 फ़ीसदी रहा है। जुलाई महीने की बात करें तो इसमें बेरोजगार युवाओं की संख्या रिकॉर्ड 20 फ़ीसदी के स्तर पर पहुंच गई थी। चीन में जून में युवाओं की बेरोजगारी दर 19.3 फ़ीसदी और मई में 18.4 फ़ीसदी पर रही थी। कोरोना महामारी के चलते इस वक्त चीन के कारोबार ने नई नियुक्ति की दर घटा दी है। देश के कई उद्योगों में रिकवरी की धीमी दर की वजह से भी युवाओं के रोजगार पर असर पड़ा है।
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अपनी कमजोरी को छुपा रहा ड्रैगन
दुनिया के सामने चीन अपना अलग चेहरा दिखाने की कोशिश कर रहा है। जो चीन ताइवान को हड़पने की कोशिश कर रहा है वो अंदर से टूटा हुआ है। जो चीन समुद्री इलाकों पर हमा हक जमा रहा है उसके यहां बेरोजगारी चरम पर है। जो चीन दूसरे देशों की सीमाओं में घुसकर उनकी जमीनों को हड़पने की कोशिश कर रहा है। उसके युवा बेरोजगार सड़कों पर घूम रहे हैं। चीन एक ओर अमेरिका और पश्चिमी देशों से लोहा लेने की बात करता है लेकिन, दूसरी ओर वो आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है।