अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी पर जो लोग सवाल उठा रहे हैं उनके लिए राहत की खबर है। अमेरिका के सेंट्रल कमान के चीफ जनरल केनेथ मैंकेंजी ने कहा है कि अफगानिस्तान छोड़ने से पहले अमेरिकी सैनिकों ने आर्म्ड व्हीकल, हाईटेक रॉकेट डिफेंस सिस्टम और हेलीकाप्टर्स और प्लेंस को डिसएबुल कर दिया गया है। अरबों-खरबों डॉलर के हथियार, वाहन, हेलीकॉप्टर, जहाज फ्री में पाकर तालिबान काफी खुश हो रहे थे। लेकिन जैसे ही उन्हें अहसास हुआ है कि ये तो सब लोहे का कबाड़ है तो उनके अरमानों पर पानी फिर गया है। इसलिए तालिबान को जहां अमेरिका के प्रति आभार जताना चाहिए था कि वो समझौते के मुताबिक समय सीमा खत्म होने से पहले ही अफगानिस्तान से चले गए, लेकिन वहीं अब तालिबान अमेरिका को पानी पीपी कर कोस रहे हैं। अपनी खीझ निकालने के लिए उलटे सीधे बयान दे रहे हैं।
अमेरिका के सेंट्रल कमांड के मुखिया जनरल केनेथ मैकेंजी ने बताया कि हामिद करजई एयरपोर्ट पर तैनात 73विमानों के अलावा जहां भी सेना की पहुंच थी उन सब जगह जितने भी आर्मामेंट्स थे उन सब को डिमिलिट्राइज्ड कर दिया है। जिसका अर्थ है कि अब ये विमान-हथियार-वाहन इस्तेमाल नहीं किए जा सकेंगे। उन्होंने कहा, 'वे विमान कभी नहीं उड़ सकेंगे…उन्हें कभी भी कोई भी संचालित नहीं कर सकेगा। निश्चित रूप से वे फिर कभी नहीं उड़ पाएंगे।'
उन्होंने आगे कहा, '14अगस्त को बचाव अभियान शुरू करते हुए अमेरिका ने करीब 6000सैनिकों को काबुल एयरपोर्ट पर तैनात किया था। इसकी वजह से अब हवाईअड्डे पर 70 MRAP बख्तरबंद वाहनों को भी नष्ट कर दिया गया है। इस तरह के एक वाहन की कीमत करीब 10लाख डॉलर है। इसके अलावा 27 'हमवीज' वाहन भी डिसेबल कर दिए गए हैं, जिन्हें अब कभी कोई इस्तेमाल नहीं कर सकेगा।