अमेरिका की ईंधन कंपनी कॉलोनियल पाइपलाइन पर साइबर हमला हुआ है। इस हमले से अमेरिका में हड़कंप मच गया है। अमेरिकी सरकार ने आपातकाल की घोषणा कर दी है। अब यहां से ईंधन की सप्लाई पाइपलाइन के बजाय सड़क के रास्ते से होगी। मामले में जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) ने रविवार को ट्विटर पर बताया है कि उसे कोलोनियल पाइपलाइन के नेटवर्ट में आई दिक्कतों के बारे में पता है।
एजेंसी ने बताया है कि उसे शुक्रवार को ही इस बारे में पता चल गया था और उसके एजेंट ‘कंपनी और सरकारी सहयोगियों के साथ काम कर रहे हैं।’कोलोनियल पाइपलाइन से हर दिन 25 लाख बैरल तेल जाता है। ये कंपनी पूरे ईस्ट कोस्ट में डीजल और गैस जैसे ईंधन की आपूर्ति करती है। पाइलाइन पर शुक्रवार को साइबर हमला हुआ था और तभी से इसकी मरम्मत हो रही है। मामले की जानकारी रखने वाले लोगों को कहना है कि इसके कारण सोमवार से ईंधन की कमीतों में दो से तीन फीसदी तक का इजाफा होगा। लेकिन अगर इसे जल्दी ठीक नहीं किया गया तो असर बड़े स्तर पर भी देखने को मिल सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार ये साइबर हमला डार्कसाइड नामक साइबर अपराधियों के एक गिरोह ने किया है। इन अपराधियों ने नेटवर्क में सेंध लगाई और 100जीबी डाटा को अपने कब्जे में ले लिया। फिर इन हैकर्स ने कुछ कंप्यूटर और सर्वर के डाटा को भी लॉक कर दिया। वहीं कोलोनियल पाइपलाइन कंपनी (Colonial Pipeline Company) का कहना है कि वह अपनी सेवाओं की बहाली के लिए पुलिस, साइबर सुरक्षा के विशेषज्ञों और ऊर्जा विभाग के साथ संपर्क में है। कंपनी का कहना है कि उसकी मुख्य पाइपलाइन का काम इस समय ठप्प है और बस कुछ छोटी लाइनें ही काम कर रही हैं, जो टर्मिनल से डिलीवरी प्लॉइंट तक जाने का काम करती हैं।