अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जा के बाद कई देश अपने काबुल स्थित दुतावास को बंद करते हुए अपने नागरिकों को वहां से निकाल रहे हैं। अमेरिका भी अफगानिस्तान से अपने नागरिकों को निकाल रहा है लेकिन इस दौरान अफगानिस्तान के नागरिक तालिबानी कानून के डर से अपना देश छोड़कर पलायन करने पर मजबूर हैं और अब तक अमेरिका, भारत समेत कई देशों में पलायन कर रहे हैं। इस बीच अमेरिकी कांग्रेस के दो सांसद ने चौखाने वाला खुलासा किया है।
इन दोनों सांसदों ने बिना किसी सूचना के अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट पहुंच गए। इनमें से एक सांसद ने वहां की स्थिति बताते हुए चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उन्होंने कहा कि, अमेरिकी राजनयिक और सैनिक रो रहे थे, डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद सेथ मौलटन ने कहा कि एयरपोर्ट के भीतर की स्थिति बेहद दु: खद है। जब अमेरिकी विदेश विभाग और अमेरिकी सैन्य कर्मियों को इस सीक्रेट यात्रा का पता चला तो उन्हें तुरंत सुरक्षा एवं सूचना मुहैया कराने के लिए संसाधन लगाने पड़े।
न्यूयॉर्क मैग्जीन से बात करते हुए सेथ मौलटन ने कहा है कि, मैंने कभी इतने लोगों को रोते हुए नहीं देखा है, विदेश विभाग के अनुभवी लोग भी आंसू बहा रहे थे। वो अपने काम को लेकर बात कर रहे थे और मुझे गले लगा रहे थे, मेरे वहां पहुंचने पर मुझे धन्यवाद बोल रहे थे। उनके साथ पीटर मीजर भी चार्टर विमान से काबुल पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि, 120 डिग्री की गर्मी में विमान के पंखों के नीचे लोग शरण ले रहे थे, जो सुरक्षित नहीं है। वो हैंगर की तरह लटके हुए थे।
इसके आगे उन्होंने कहा कि, हम जमीनी स्तर पर ही ये समझ सकते हैं कि हम इस समस्या को कभी खत्म नहीं कर सकते, चाहे फिर समयसीमा को बढ़ाकर 11 सितंबर ही क्यों ना कर दिया जाए। इसके साथ ही स्थिति को ठीक से नहीं संभालने पर सेथ मौलटन ने बाइडेन प्रशासन की आलोचना भी की।